उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार ने कहा, शिवहर के औद्योगिक विकास में मदद करें बैंक
औद्योगिक इकाइयों की स्थापना में बैंकों की अहम भूमिका: विशेष सचिव
शिवहर : उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार की अध्यक्षता में उद्योग विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन जिला समाहरणालय सभागार में किया गया जिसमें एडीएम कृष्ण मोहन सिंह तथा जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक और शिवहर जिला के सभी बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
समीक्षात्मक बैठक में विशेष सचिव दिलीप कुमार ने कहा कि शिवहर जिला छोटा जरूर है लेकिन काफी महत्वपूर्ण है। बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि सभी बैंक प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत निर्धारित लक्ष्य के अनुसार नए उद्योगों की स्थापना के लिए ऋण देना सुनिश्चित करें। चालू वित्तीय वर्ष में किस योजना के तहत शिवहर जिला में 93 नए उद्यमियों को ऋण स्वीकृत किया जाना है। जिला उद्योग केंद्र द्वारा 300 से अधिक आवेदन बैंकों को अग्रसारित किए जा चुके हैं लेकिन अभी तक मात्र 46 लोगों को है लोन स्वीकृत किया गया है। कई बैंकों ने चालू वित्तीय वर्ष में किसी भी नई यूनिट को लगाने के लिए ऋण स्वीकृत नहीं किया है। शिवहर जिला में कार्यरत एक बैंक विशेष द्वारा तो लक्ष्य से काफी कम ऋण स्वीकृत किया गया है। इसे शिवहर जिला का ओवरऑल परफारमेंस खराब हो रहा है। यह स्वीकार्य नहीं है। 3 नवंबर को शिवहर जिला में उद्योग लगाने की योजनाओं के तहत ऋण वितरण का काम किया जाना है। उस तिथि तक सभी बैंक ऋण का वितरण सुनिश्चित करें और ऋण स्वीकृति पत्र कैंप लगाकर बांटें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खाद्य प्रसंस्करण उन्नयन योजना के तहत खाद्य प्रसंस्करण की नई इकाइयों की स्थापना और पुरानी इकाइयों के विस्तार के लिए उद्यमियों को मदद की जानी है। इसके लिए जिला संसाधन सेवी तैनात हैं। उन्होंने जिला उद्योग महाप्रबंधक और जीविका के इंचार्ज को निर्देश दिया कि प्रत्येक प्रखंड में कम से कम चार जिला संसाधनसेवी पीएमएफएमई योजना के तहत बहाल करें। बैंकिंग क्षेत्र में सक्रिय बैंक मित्र और बैंक काउंसलर की सेवा भी पीएमएफएमइ स्कीम को लोकप्रिय बनाने में ली जाए। विशेष सचिव ने कहा कि शिवहर जिला के 2581 उद्यमियों ने एमएसएमई पोर्टल पर उद्यम रजिस्ट्रेशन कराया है लेकिन अभी तक किसी ने जेड सर्टिफिकेशन नहीं कराया है। उन्होंने निर्देश दिया कि उद्यमियों को जेड सर्टिफिकेशन के बारे में जानकारी देने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जाए। उद्यमियों का रजिस्ट्रेशन हो जाने पर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मदद मिलेगी। साथ ही सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में मदद मिलेगी। किसी ने उपस्थित लोगों को खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय की पीएम एफएमई योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। सरकार की ओर से नए खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना तथा पुरानी खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के विस्तार के लिए क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी दी जा रही है, जो ₹10 लाख तक का है। खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को तकनीकी सुविधा और ब्रांडिंग के लिए भी सरकारी स्तर पर मदद दी जा रही है। योजना के तहत समूह में काम करने वाली खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को कलस्टर की स्थापना के लिए भी आर्थिक मदद देने की व्यवस्था है। जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से खाद्य प्रसंस्करण इकाई को लगाने के लिए इच्छुक लोग इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। दिलीप कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना राज्य की फ्लैगशिप योजना है, जिसके तहत अधिकांश लाभुकों को प्रथम किस्त दिया जा चुका है। जिन लाभुकों ने प्रथम किस्त की उपयोगिता का प्रमाण पत्र जमा कर दिया है उन्हें दूसरी किस्त की राशि जारी की जाए। जिन लाभुकों द्वारा द्वितीय किस्त की उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा कर दी गई है उन्हें तृतीय किस्त जारी करने के प्रबंध किए जाएं। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक ने बताया कि शिवहर जिला में प्रशिक्षण प्राप्त 99 लाभुकों में से 98 लाभुकों को प्रथम किस्त और 71 को द्वितीय किस्त दिया जा चुका है। विशेष सचिव ने निर्देश दिया कि पुरानी योजनाओं के तहत जिन उद्यमियों ने प्रथम किस्त प्राप्त करने के बाद उद्यम चालू नहीं किया है, उनसे वसूली किया जाए। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत प्रथम किस्त और दूसरी किस्त की उपादेयता का प्रमाण पत्र जमा करने के लिए विभाग के पोर्टल में भी प्रावधान किया गया है। एडीएम कृष्ण मोहन सिंह ने कहा कि शिवहर में उद्योगों का वातावरण बनाना है। इसके लिए सभी को प्रयास करना होगा। जिला उद्योग केंद्र लाभुकों और बैंकों के बीच में बेहतर तालमेल स्थापित करें ताकि उद्यमियों को आसानी से लोन मिल सके और नए उद्योग स्थापित किए जा सकें।जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विजेंद्र कुमार लाल,वरीय उप समाहर्ता रितु रानी, अग्रणी बैंक प्रबंधक रविशंकर प्रसाद, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी जीविका गुलाम कौशर, अमरनाथ,सुधीर कुमार, योगेश कुमार, कुमार, दिलीप राज, रवीश कुमार, संतोष कुमार,कुमार ह्रिदयेश्वर आदि की बैठक में उपस्थित रहे।