पटना विश्वविद्यालय: ABVP ने फीस वृद्धि के खिलाफ कुलपति को सौंपा ज्ञापन
पटना : पटना विश्वविद्यालय के व्यवसायिक पाठ्यक्रम में हुई फीस बढ़ोतरी को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की पटना विश्वविद्यालय इकाई के छात्र नेताओं शनिवार को कुलपति से मिले।छात्र नेताओं ने फीस बढ़ोतरी को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए कुलपति को ज्ञापन सौंपा। छात्र नेताओं ने कुलपति को बताया कि व्यावसायिक पाठ्यक्रम सत्र 2019-22 में नामांकन लेते वक्त वार्षिक प्रणाली के आधार पर लिया गया था। जिसका बोनाफाइड प्रथम वर्ष का 15,520 रुपये, द्वितीय वर्ष का 20,520 रुपये एवं तृतीय वर्ष का 25,520 रुपये शुल्क था। लेकिन, अभी 2 साल बाद इस सत्र को सेमेस्टर प्रणाली में बदल दिया गया है। प्रत्येक सेमेस्टर का शुल्क 12,020 रुपये तय किया गया है। जिस कारण प्रत्येक विद्यार्थियों को अतिरिक्त 10,500 रुपये शुल्क देना होगा। जो उचित नहीं है।
अतिरिक्त शुल्क लेना उचित नहीं : अभिनव
एबीवीपी के पटना विश्वविद्यालय इकाई के संयोजक अभिनव कुमार ने बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में इस तरह से अतिरिक्त शुल्क लेना किसी भी हद तक सही नहीं है। अगर फिर फीस वृद्धि को कम नहीं किया गया तो इसको लेकर एबीवीपी चरणबद्ध रूप से आंदोलन करेगी, जिसका जिम्मेदार स्वयं कुलपति होंगे।
मनमानी पैसा वसूला गया तो होगा आंदोलन
एबीवीपी के विभाग संयोजक शशि कुमार ने बताया कि कुलपति के मनमानी रवैया से विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं काफी परेशान हैं। एक तरफ सरकार फिर से लॉकडाउन की ओर बढ़ रही है, वहीं कुलपति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं की शुल्क को बढ़ाकर गरीब तबके के छात्र-छात्राओं के शिक्षा का हनन करने का प्रयास कर रहे हैं। व्यावसायिक पाठ्यक्रम के छात्र वरुण कुमार सिंह ने बताया कि इस कोरोना काल में सभी छात्र-छात्राएं इस अतिरिक्त इस शुल्क को देने में असमर्थ हैं। अगर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मनमानी रूप से पैसा वसूला गया तो हमलोग इसके विरोध में आंदोलन करेंगे।