हार्डकोर गैंगस्टर रहे अशोक महतो ने की शादी, पत्नी को मुंगेर से लड़ाएगा चुनाव
Bharat varta desk:
हार्डकोर क्रिमिनल से नेता बने अशोक महतो का बुढापा में आनन-फानन में विवाह हो गया है। मुंगेर से पत्नी को चुनाव लड़ाने की चर्चा है। पटना के बख्तियारपुर स्थित करौटा जगदंबा मंदिर में मंगलवार की रात्रि शादी रचाई।
अशोक महतो की उम्र करीब 55 साल है। शादी करने के लिए अशोक महतो का काफिला 50 गाड़ियों के साथ निकला। मंगलवार की रात शादी कर ली। मां जगदंबा स्थान के मंदिर में विवाह हुआ। शादी में समर्थक शामिल हुए. अशोक महतो ने जिससे शादी की है उसका नाम कुमारी अनिता है। लड़की दिल्ली की रहने वाली है।
अशोक महतो की नजर जिस मुंगेरसीट पर है वहां से अभी जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंंह सांसद हैं। वहीं, अशोक महतो ने आरजेडी से इस सीट पर दावा ठोका है। अशोक महतो ने 2 दिन पहले बताया था कि अपनी पत्नी को ही चुनाव के मैदान में उतारेंगे और कल शादी भी करेंगे। उन्होंने शादी कर ली है।
उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए पहला विकल्प पत्नी है और दूसरा विकल्प भतीजा है। लालू यादव आरजेडी से जब उनके नाम का एलान कर देंगे. इसके बाद सभी जानकारी दी जाएगी।
कौन हैं अशोक महतो?
बिहार में कभी अशोक महतो गिरोह काफी सक्रिय था। 2002 में वह नवादा जेल से भाग गया था। जेल से भागने के दौरान उसके सहयोगी पिंटू महतो ने तीन पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी। इस गिरोह को नालंदा, नवादा और शेखपुरा क्षेत्रों में पिछड़ी जातियों का समर्थन प्राप्त था।
1990 के दशक के अंत में बड़ी संख्या में अगड़ी जाति के लोगों की हत्या के लिए महतो और उसका गिरोह जिम्मेदार बताया जाता है। महतो और गैंगस्टर अखिलेश सिंह के बीच प्रतिद्वंद्विता ने बिहार के नवादा, नालंदा और शेखपुरा जिला के 100 से अधिक गांवों को प्रभावित किया था। अखिलेश सिंह की पत्नी अभी विधायक है। एक दशक से अधिक समय तक जेल में बंद रहने के बाद नवंबर 2023 में अशोक महतो भागलपुर जेल से रिहा हुआ था। वह गाड़ियों के काफिला के नवादा गया था। इस समय से वह चुनाव लड़ने की तैयारी में था।
‘खाकी द बिहार चैप्टर’
आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा की किताब पर आधारित वेब सीरीज ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ अशोक महतो से जुड़ा हुआ था। हालांकि इस वेब सीरीज का अशोक महतो के समर्थकों ने विरोध भी किया और कहा है कि इस सीरीज में कुछ कहानी गलत भी है।