सब कोई मिलजुल कर भारत को बनाएं आत्म निर्भर: राष्ट्रपति
नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ आज संसद के बजट सत्र की शुरुआत हुई. इस मौके पर राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना संकट, सीमा पर तनाव और अन्य चुनौतियों से मुकाबला करते हुए भारत लगातार प्रगति की राह पर मजबूती से अग्रसर है. उन्होंने कहा कि चुनौतियां कितनी भी बड़ी क्यों ना हो ना हम रुकेंगे ना भारत रुकेगा. उन्होंने भारत सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे ले जाने की जरूरत है. उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को किसानों के हक में बताया. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर किसान रैली के नाम पर हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा बच्चों, बुजुर्गों, नौजवानों, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए किए गए कामों की चर्चा की. कोरोना संकट से उबारने के लिए केंद्र के प्रयासों की काफी प्रशंसा की. राष्ट्रपति ने कहा कि गरीब बहन-बेटी की परेशानी खत्म करने के लिए देश में 10 करोड़ से अधिक शौचालय बनाए गए हैं. राष्ट्रपति ने अपना भाषण गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के बड़े भाई ज्योतिरीन्द्रनाथ टैगोर के इस गीत से किया -” चॉल रे चॉल शॉबे, भारोत शन्तान, मातृभूमी कॉरे आह्वान, बीर-ओ दॉरपे, पौरुष गॉरबे, शाध रे शाध शॉबे, देशेर कल्यान.’ आइए, हम सब मिलकर आगे बढ़ें, आइए, भारत को आत्मनिर्भर बनाएं.’
हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित: बजट सत्र के पहले दिन भारी हंगामे के बीच आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखे जाने के बाद सदन की कार्यवाही एक फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त 2021-22 का आम बजट पेश करेंगी.