मंत्री के पक्ष में उतरे जीतन राम मांझी, कहा-नहीं तरजीह देते अफसर
पटना, भारत वार्ता डेस्क:
जहां एक और अफसरशाही की मनमानी का आरोप लगाते हुए समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने आज इस्तीफे की पेशकश की।। वहीं दूसरी ओर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के नेता जीतन राम मांझी ने भी उनकी बातों का समर्थन कर दिया। माझी की पार्टी भी सरकार में शामिल है। दिल्ली से पटना पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए माझी ने कहा कि हां यह सही है कि अफसर विधायक और मंत्रियों की बात नहीं सुनते हैं। उन्हें तरजीह नहीं देते हैं। 20 फ़ीसदी अफसर ऐसे हैं जो बिल्कुल नहीं सुनते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू के विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री के सामने उन्होंने यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था कि अफसर मंत्री और विधायकों की बात मानेंगे तब उनका सम्मान बढ़ेगा। इसीलिए अफसरों को नेताओं की बात सुननी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज कल्याण मंत्री यदि यह बात कह रहे हैं तो सही कह रहे हैं।
कहा कि बिहार में अफसरशाही हावी है और अफसर किसी भी मंत्री की बात नहीं सुनते है। वहीं दूसरी ओर