पहली पुण्यतिथि को जहानाबाद में याद किए गए किंग महेंद्र, दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि
Bharat Varta Desk: ‘किंग महेंद्र’ के नाम से चर्चित रहे सांसद स्वर्गीय महेंद्र प्रसाद को आज उनकी पहली पुण्यतिथि को उनके गृह जिले जहानाबाद में याद किया गया। किंग महेंद्र के छोटे भाई उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बिहार के कई राजनीतिक दिग्गजों ने शिरकत किया और अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह समेत कई नेताओं ने किंग महिंद्र के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया।
बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि वे सबसे पहले कांग्रेस से ही सांसद हुए थे। इसीलिए दूसरे दल में जाने के बाद भी उनका कांग्रेस के कई नेताओं से व्यक्तिगत संबंध अंतिम समय तक बना रहा। इसीलिए आज सबसे अधिक कांग्रेस के ही नेता उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
7 बार राज्यसभा सदस्य
किंग महेंद्र के योगदान को याद करते हुए आज वक्ताओं ने कहा कि वे लगातार सात बार राज्यसभा सदस्य रहे। सबसे पहले कांग्रेस से 1980 के लोकसभा चुनाव में जहानाबाद से जीते थे। फिर 31 जनवरी 1985 को वह राज्यसभा सदस्य चुने गए। बाद में जनता दल यू में शामिल हो गए। 81 साल की उम्र में पिछले साल 27 दिसंबर को निधन हुआ था। उस समय उनका कार्यकाल 2 साल शेष था। वक्ताओं ने कहा कि किंग महेंद्र एक ऐसा नाम है जिसने अपने को खुद से गढ़ा था।
दवा कारोबार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित किया
एक अत्यंत सामान्य परिवार में जन्म लेने के बाद पटना विश्वविद्यालय से स्नातक करने वाले किंग महेंद्र ने सबसे पहले एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी की। बाद में दवा के कारोबार से जुड़ गए और देखते ही देखते अपने कारोबार को इतना आगे बढ़ाया कि पूरी दुनिया में अरिस्टो फार्मा दवा कंपनी का कारोबार फैल गया।
कई स्कूल-कॉलेज खोले
इस मौके पर श्रद्धांजलि समारोह के संयोजक और किंग महिंद्रा के छोटे भाई भोला बाबू ने बताया कि केवल स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी किंग महेंद्र जी का बड़ा योगदान है। उन्होंने मगध क्षेत्र में कई स्कूल-कॉलेज खोले जो इस इलाके में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं।
बता दें कि किंग महेंद्र और भोला बाबू- दोनों भाई परस्पर प्रेम और सम्मानजनक संबंधों की मिसाल माने जाते थे। किंग महेंद्र के चुनाव से लेकर व्यापार के संचालन के सूत्रधार के रूप में भोला बाबू को जानते हैं। उमेश शर्मा उर्फ भोला बाबू कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिले थे और इस मौके पर मुख्यमंत्री ने किंग महेंद्र के साथ अपने संबंधों को याद किया।