देश की पहली महिला महावत समेत 34 को पद्म सम्मान, बिहार में तीन लोग नवाजे जाएंगे
Bharat varta desk:
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार शाम पद्म पुरस्कारों घोषणा कर दी गई। राष्ट्र ने ऐसे गुमनाम नायकों को सम्मानित किया है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जो आम जनजीवन के लिए प्रेरणा हैं और उनकी जीवन गाथा लोगों को सकारात्मक संदेश दे सकती है। इस लिस्ट में 34 नायकों को शामिल किया गया है. इनमें पार्वती बरुआ (पहली महिला महावत), जागेश्वर यादव (आदिवासी कार्यकर्ता), चामी मुर्मू (जनजातीय पर्यावरणविद् एवं महिला सशक्तिकरण) जैसे नाम शामिल हैं। बिहार के तीन लोगों को पद्मश्री सम्मान दिया गया है।
बिहार से तीन लोगों को पुरस्कार
लिस्ट में बिहार से तीन लोगों को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया है। जिसमें मधुबनी पेंटिंग के लिए चर्चित शांति देवी पासवान और सिवन पासवान और टिकुली कला की पेटिंग के लिए मशहूर सिवन पासवान शामिल हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधुबनी की शांति देवी पासवान एवं शिवम पासवान(पति पत्नी) को तथा भागलपुर के अशोक कुमार विश्वास को कला के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान मिला है।
पहली महिला महावत पार्वती बरुआ
असम के गौरीपुर के एक राजघराने से ताल्लुक रखने वाली पार्वती बरुआ को शुरू से ही जानवरों से खास लगाव था। खासतौर पर हाथियों से। उनका यही प्यार उनकी जिंदगी का लक्ष्य बन गया और उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी जानवरों की सेवा में लगाने का फैसला कर लिया। वो एशियन एलीफैंट स्पेशलिस्ट ग्रुप, आईयूसीएन की सदस्य भी हैं। उनकी जिंदगी पर कई डॉक्यूमेंट्री बन चुकी हैं। वो हाथियों को बचाने के लिए भी काफी सक्रिय रहती हैं।
28 हजार लोगों को रोजगार दे चुकी हैं मुर्मू
पद्म श्री पाने वाली चामी मुर्मू पिछले 28 सालों में 28 हजार महिलाओं को स्वरोजगार दे चुकी हैं। चामी मुर्मू को नारी शक्ति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 2019 में राष्ट्रपति भवन में आयाेजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ काेविंद ने उन्हें यह सम्मान दिया।
इन्हें मिला सम्मान
1- पार्वती बरुआ, 67 वर्ष, असम, सोशल वर्क (एनिमल वेलफेयर)
2- जागेश्वर यादव, 67 वर्ष, छत्तीसगढ़ सोशल वर्क (आदिवासी)
3- चामी मुर्मू, 52 वर्ष, झारखंड सोशल वर्क (पर्यावरण)
4- गुरविंदर सिंह, 53 वर्ष, हरियाणा, सोशल वर्क (दिव्यांग)
5- सत्य नारायण बलेरी, 50 वर्ष, केरल (एग्रीकल्चर)
6- दुक्खू माझी, 78 वर्ष, पश्चिम बंगाल सोशल वर्क (पर्यावरण)
7- के चेल्लामल, 69 साल, अंडमान एंड निकोबार (एग्रीकल्चर)
8- संगथंकिमा, 63 साल, मिजोरम, सोशल वर्क (चिल्ड्रन)
9- हेम चंद्र माझी, 70 साल, छत्तीसगढ़ (आयुष)
10- यानुंग जमोह लेगो, 58 साल, अरुणाचल प्रदेश (एग्रीकल्चर)
11- सोमन्ना, 66 वर्ष, कर्नाटक, सोशल वर्क (आदिवासी)
12- सर्वेश्वर बासुमेतेरी, 61 वर्ष, असम, (एग्रीकल्चर)
13- प्रेमा धनराज, 72, कर्नाटक (मेडिसिन)
14- उदय विश्वनाथ देश पांडेय, 70 वर्ष, महाराष्ट्र (मलखंभ कोच)
15- याज्की मॉनेकशॉ इटालिया, 72 वर्ष, गुजरात (Indigenous-Sickle Cell)
16- शांति देवी पासवान और सिवन पासवान, मधुबनी बिहार (पेंटिंंग)
17- रतन कहार, 88 वर्ष, पश्चिम बंगाल, कला (लोकगीत गायन)
18- अशोक कुमार बिस्वास, 67 वर्ष, बिहार (पेंटिंंग)
19- बालाकृष्णा सदानाम पुथिया वीतिल, 79 वर्ष, केरल, आर्ट, ( कथककली)
20- उमा माहेश्वरी डी, 63 वर्ष, आंध्रप्रदेश, कला (स्टोरी टेलिंंग)
21- गोपीनाथ स्वेन, 105 वर्ष, उड़ीसा, आर्ट (भजन गायन)
22- स्मृति रेखा चाखमा, 63 वर्ष, त्रिपुरा आर्ट (टेक्सटाइल)
23- ओम प्रकाश शर्मा, 85 वर्ष, मध्य प्रदेश आर्ट (थिएटर-फॉक)
24- नारायन EP, 67 वर्ष, केरल कला (डांस)
25- भागवत प्रधान, 85 वर्ष, उड़ीसा, कला (डांस)
26- सनातन रुद्र पाल, 68 वर्ष, पश्चिम बंगाल, कला (स्कल्पचर)
27- बद्रप्पन M, 87 वर्ष, तमिलनाडु, कला (डांस)
28- जॉर्डन लेपचा, 50 वर्ष, सिक्किम, कला (क्राफ्ट)
29- माचिहान सासा, 73 वर्ष, मणिपुर, कला (क्राफ्ट)
30- गद्दम समैया, तेलंगाना, 67 वर्ष, कला (डांस)
31- जानकी लाल, उम्र 81 वर्ष राजस्थान, कला (थिएटर)
32- दासारी कोंडप्पा, उम्र 63 वर्ष, तेलंगाना, कला (इंस्ट्रूमेंट)
33- बाबूराम यादव, उम्र 74 वर्ष, उत्तर प्रदेश, कला (क्राफ्ट)
34- नेपाल चंद्र सूत्राधार, उम्र 82 वर्ष, पश्चिम बंगाल, कला (मास्क मेकिंंग)