जीविका से जुड़ी महिलाएं बनी मालकिन, मुख्य सचिव ने किया 10 इकाइयों का उद्घाटन
मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के 10 लाभुकों का बैग क्लस्टर हुआ चालू
एक साथ काम करेंगी जीविका की 264 दीदियां
मुजफ्फरपुर : बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने बेला इंडस्ट्रियल एरिया में मुजफ्फरपुर बैग कलस्टर के प्रथम फेज का फीता काटकर उद्घाटन किया। मुजफ्फरपुर मेगा बैग कलस्टर के तहत प्रथम फेज में 10 महिला उद्यमियों की यूनिटों का प्रारंभ किया गया जिसमें एक साथ 264 लोग काम कर सकते हैं। मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के तहत जीविका की 39 सदस्यों का चयन मुजफ्फरपुर बैग कलस्टर में इकाई स्थापित करने के लिए किया गया है। उन्हीं में से 10 महिला उद्यमियों के व्यवसाय का प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने कहा कि प्रदेश उन्नति के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। मुजफ्फरपुर बैग कलस्टर विकास का एक नया मॉडल है। इस मॉडल से जीविका की दीदियों को मजबूती मिलेगी। इस प्रकार की पहल के लिए उद्योग विभाग बधाई का पात्र है। स्वास्थ्य विभाग ने भी जीविका की दीदियों को मजबूती प्रदान करने के लिए उन के माध्यम से विभिन्न अस्पतालों में दीदी की रसोई प्रारंभ कराया है। उन्होंने कहा कि वह अन्य विभागों को भी कहेंगे कि जीविका के माध्यम से कुछ कार्यक्रमों का संचालन करें।
उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक ने कहा कि मुजफ्फरपुर में आज एक नया इतिहास रचा जा रहा है। विभाग द्वारा बैग कलस्टर के लिए 40 लाभुकों का चयन जीविका के माध्यम से किया गया था जिसमें 39 उद्यमियों को सहायता दी गई है। प्रत्येक उद्यमी दीदी द्वारा 24 सिलाई मशीनों की एक यूनिट का संचालन किया जाएगा। प्रथम चरण में 225 जीविका दीदियों को 21 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस योजना के तहत उद्योग विभाग के सहयोग से प्रत्येक समूह का समझौता निजी कंपनी के साथ कराया गया है। निजी कंपनी द्वारा कच्ची सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी और तैयार सामग्री खरीद ली जाएगी। प्रत्येक इकाई को हर महीने ₹1 लाख से अधिक की बचत होने की संभावना है। इन इकाइयों में काम करने के लिए आने वाले जीविका दीदियों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए 25 जीविका दीदियों को मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के तहत यातायात व्यवस्था चलाने हेतु सहायता दी गई है। उन्होंने कहा कि इस कलस्टर में काम करने वाली महिलाओं के बच्चों के लिए जल्द ही बाल घर भी बनाया जाएगा। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरूगन डी ने कहा कि राज्य में जीविका का पहला समूह और पहला कार्यालय खोलने का श्रेय उद्योग विभाग के वर्तमान प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक को ही जाता है। जीविका की दीदियाँ इस योजना के तहत लाभान्वित होकर काफी ऊर्जावान महसूस कर रही हैं और उद्योग के क्षेत्र में सफल होने के लिए संकल्पित हैं। उद्योग निदेशक पंकज दीक्षित ने कहा कि बिहार में एक साथ दो स्थानों पर बैग कलस्टर चालू हुआ। फतुहा में 225 मशीनों वाली इकाइयों का प्रारंभ हुआ तो मुजफ्फरपुर में 264 मशीनों के साथ 10 इकाइयों की शुरुआत हुई। यह शुरुआत आगे चलकर बड़ा वटवृक्ष बनेगा। मुजफ्फरपुर बैग क्लस्टर अपनी तरह का देश में सबसे बड़ा बैग क्लस्टर बनने की राह पर है। कार्यक्रम में मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार, उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार, तकनीकी विकास के निदेशक संजीव कुमार, मुजफ्फरपुर के सीनियर एसपी जयंतकांत , हथकरघा एवं रेशम निदेशालय के निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय, मुजफ्फरपुर के डीडीसी आशुतोष कुमार द्विवेदी सहित अनेक अधिकारी, जीविका समूह की सैकड़ों दीदियां और बियाडा के अधिकारी उपस्थित रहे।