कोलकाता हाईकोर्ट का फैसला-चुनावी हिंसा की जांच के लिए रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एसआईटी गठित, सरकार ने 10 आईपीएस लगाए
Bharat Varta desk: कलकता हाई कोर्ट की सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर के नेतृत्व में बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच होगी। कोलकाता हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। इससे पहले हिंसा के मामले में महिलाओं के खिलाफ अपराध और हत्या के मामलों की जांच के लिएं हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने संयुक्त निदेशक के नेतृत्व में 4 टीमों का गठन किया है जो बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में चुनाव के बाद हुई हिंसा की घटनाओं की जांच कर रही है। इसमें कई लोग गिरफ्तार भी किए गए हैं। सीबीआई ने हाईकोर्ट के सामने रिपोर्ट भी सौंपी थी जिस में हिंसा की घटनाओं की चर्चा है।
गुरुवार को ममता सरकार ने कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा गठित एसआईटी की सहायता के लिए 10 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। बता दें कि एसआईटी में पश्चिम बंगाल कैडर के तीन आईपीएस अधिकारी सुमन बाला साहू, सौमेन मित्रा और रणवीर कुमार शामिल हैं। वहीं हाईकोर्ट ने राज्य की सभी एजेंसियों को जांच के लिए सीबीआई और एसआईटी को सहयोग करने का भी निर्देश दिया है। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर किया है।