कर्नाटक विधान परिषद के उपसभापति ने दी जान
पटना डेस्क: भारतीय राजनीति आखिर कहां जा रही है. राज्यों से लेकर दिल्ली तक के सदन हो हंगामा के गवाह बन रहे हैं. सदाचार, शिष्टाचार और मर्यादा तार-तार हो रहे हैं. विरोधी दल के लोग विरोध के नाम पर आसन और शासन में बैठे लोगों का अपमान करते हैं. इसका दुष्परिणाम आज देश को देखने को मिला है. कर्नाटक विधान परिषद के उपसभापति और जेडीएस के नेता ने जान दे दी. 15 दिसंबर को कांग्रेस के विधान पार्षदों ने उन्हें कुर्सी से खींच कर नीचे उतारा था और एक जगह ले जाकर बंद कर दिया था. उप सभापति एसएल धर्मेगौड़ा विपक्ष के लोगों के दुर्व्यवहार से बेहद आहत थे. उन्होंने जान देने से पहले एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें उस घटना की चर्चा की है और उस पर दुख जताया है.रेल पटरी पर मिली लाश उन्होंने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली है. धर्मेगौड़ा का शव चिकमगलुरु में कडूर तालुक के नजदीक एक रेलवे ट्रैक के पास मिला.
रात दो बजे मिला शव: धर्मेगौड़ा सोमवार की शाम को अपने फार्म हाउस से निकलकर कार से रेलवे पटरी के पास पहुंचे थे. ड्राइवर को कहा कि मैं थोड़ी देर में आ रहा हूं. बहुत देर तक जब वे नहीं लौटे तो ड्राइवर ने उन्हें फोन लगाया. फोन का स्विच ऑफ मिला. उसके बाद ड्राइवर ने फोन पर परिवार वालों को उनके नहीं लौटने की जानकारी दी. देर रात में उनकी लाश रेलवे पटरी पर मिली. उसके बाद परिवार और परिजनों में कोहराम मच गया.सौम्य व शांत आदमीपूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा उपसभापति के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि वे एक सौम्य शांत आदमी थे.