अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद का कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर
समस्तीपुर : दलसिंहसराय के भीआईपी कॉलोनी स्थित यू.के. कैम्पस में अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद दलसिंहसराय अनुमंडल शाखा के तत्वावधान में 92वें मिथिला कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ परिषद् के संस्थापक डा धनाकर ठाकुर, अनुमंडल संरक्षक नागेंद्र नाथ चौधरी पूर्व एडीजे, अनुमंडल अध्यक्ष डॉ उमेश कांत चौधरी, मिथिला शिक्षा मंच के संयोजक प्रो. पी .के. झा प्रेम मिथिला वाणिज्य मंच के संयोजक डॉ. कृष्ण मुरारी झा ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।
समारोह में उद्घाटन भाषण देते हुए डॉ धनाकर ठाकुर ने बिहार सरकार से मैथिली भाषा को द्वितीय राजभाषा के रुप में मान्यता देने की मांग की । उन्होंने कहा कि विद्यापति को बिस्फी दान में मिला था। उन्होंने कमला पर नहीं गंगा पर गीत लिखा है अतः संभवतः उनका जन्म इधर का ही हो।
डॉ कृष्ण मुरारी झा,जज्ञशेदपुर ने कहा कि विद्यापथि की भाषा समस्तीपुर की भाषा लगती है।
डा अरुण कुमार झा ने कहा कि उन्होंने फैजाबाद में अन्य भाषाभाषी को अपने क्षेत्रीय भाषा में गीतगते सून मेथिली में विद्यापति को गीत गाए।
नन्द किशोर सिंह, ई कामेश्वर झा, रामाधार सिंह , वीरेंद्र कुमार चौधरी,भैरव झा, डा रामसेवक प्रसाद,अजीत कुमार झा,वैभव चौधरी, आदर्श काश्यप अंकिता अंशु आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
डा उमेश कांत चौधरी, संयोजन ने कहा कि किसी भी भाषा के लिए भाव का महत्व है । जनगणनामे मेथिली मातृभाषा के अलावे संस्कृत और हिन्दी लिखावें।
अध्यक्षता करते हुए सेवा निवृत्त न्यायिक पदाधिकारी नागेन्द्र नाथ चौधरी ने कहा कि मेथिलली इस क्षेत्रकी भाषा है। संचालन डॉ प्रो पी के झा प्रेम ने किया । समारोह में स्वागत भाषण डा गगन देव चौधरी गगन ने किया।