अब झारखंड के तीसरे आईएएस अधिकारी के जेल जाने का रास्ता प्रशस्त
Bharat varta desk:
झारखंड में अब तीसरे आईएएस अधिकारी के जेल जाने का रास्ता प्रशस्त हो गया है। इसके पहले पद पर रहते दो आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और छविरंजन गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं और अभी जेल में ही बंद है।
अब तीसरे आईएएस अधिकारी डॉ राजीव अरुण नेता का नाम आ रहा है। उन्होंने झारखंड में सत्ता के गलियारे में सक्रिय रहे पावर बोक्रर विशाल चौधरी के साथ मिलकर करीब 200 करोड रुपए का खेल किया है। रांची की प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने घोटाले के संबंध में जुटाए गए सबूतों और ब्योरों की एक रिपोर्ट राज्य सरकार और एंटी करप्शन ब्यूरो को भेज कर फिर दर्ज करने को कहा है।
रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि इन दोनों ने मिलकर राज्य में अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग, टेंडर, सरकारी संस्थाओं के लिए खरीदारी में कमीशनखोरी के जरिए अवैध कमाई की।
बताया गया है कि आईएएस राजीव अरुण एक्का ने अपने बहनोई निशिथ केसरी, अपनी पत्नी और बेटी को भ्रष्टाचार के जरिए की गई अवैध कमाई में साझीदार बनाया। ईडी ने इनके आयकर रिटर्न में भी गड़बड़ियां पकड़ी है
दरअसल, कुछ महीने पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें आईएएस राजीव अरुण एक्का पावर ब्रोकर के रूप में पहचाने जाने वाले शख्स विशाल चौधरी के निजी दफ्तर में बैठकर कथित तौर पर फाइलें निपटाते देखे गए थे।
इसके पहले विशाल चौधरी के आवास पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में छापामारी की थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद बीते मार्च महीने में ईडी ने राजीव अरुण एक्का से लगातार दो दिनों तक पूछताछ की थी।
विशाल के दफ्तर में बैठे राजीव अरुण एक्का का वीडियो जारी होने के बाद जब सियासी हंगामा मचा था तो सरकार ने उन्हें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद से हटा दिया था। उनके पास गृह विभाग और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के प्रधान सचिव का भी पद था। उन्हें इन पदों से भी हटा दिया गया था।