नवगीतिका कवि गोष्ठी का आयोजन
रोशनी का इंतजार था, अंधेरे ने घेर लिया : शैलेंद्र कपिल
वरिष्ठ कवि शैलेंद्र कपिल को मिला नवगीतिका सम्मान
पटना : साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था नवगीतिका लोक रसधार द्वारा चंडीगढ़ से पधारे वरिष्ठ कवि शैलेंद्र कपिल के सम्मान में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें शहर के अनेक नामचीन कवियों ने काव्य पाठ करके श्रोताओं को भावविभोर किया। कवि गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार शिवनारायण ने की। गोष्ठी में शैलेंद्र कपिल, इंदु उपाध्याय, अंकेश कुमार, विनोद कुमार सिन्हा, डॉ पंकज प्रियम, रेखा भारती, पूनम सिन्हा श्रेयसी, डॉ बिंदा सिंह, रुबी भूषण, ममता मेहरोत्रा, समीर परिमल, श्वेता मिनी, नसीम अख्तर, डॉ पीएस दयाल यति, सुनील कुमार लवसिम सहित अनेक कवियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया। गोष्ठी में कवि शैलेंद्र कपिल का स्वागत करते हुए संस्था की सचिव डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने कहा कि 2 फरवरी, 1962 को जन्मे शैलेंद्र कपिल चंडीगढ़ से हैं। भारतीय रेलवे के उत्तर मध्य रेलवे प्रयाग के प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक तथा पूर्व तट रेल, भुवनेश्वर में प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी रहे हैं,लेकिन प्रवृत्ति से लेखक व कवि हैं। उनकी कविताओं के कई संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें हर पत्थर हीरा है, कल नई सुबह होगी, फिर कुछ कर दिखाना होगा और हमसफर के साथ प्रमुख है। ‘हर पत्थर हीरा है’ काव्य पुस्तक के लिए उन्हें रेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सन् 2011 में ‘मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार’ प्रदान किया गया है।
काव्य गोष्ठी में शैलेंद्र कपिल ने भी अपनी कई कविताओं का पाठ किया-वसंत के इंतजार में /लू आ गयी / रोशनी के इंतजार में / अंधेरे ने कब घेर लिया हमें पता ही नहीं!!! सुख के इंतजार में /दुखों के झुंड /पुराने अतिथि की तरह/आ धमके हैं। उनकी कविता मेरे प्रेमियों की संख्या लगातार बढ़ा रही है पर उन्हें खूब दाद मिली। गोष्ठी में मुख्य अतिथि प्रसिद्ध साहित्यकार और शिक्षाविद् ममता मेहरोत्रा और वरिष्ठ साहित्यकार शिवनारायण ने कवि शैलेंद्र कपिल को नवगीतिका सम्मान-2022 प्रदान किया। कवि गोष्ठी के साथ-साथ गीत संध्या का आयोजन भी किया गया जिसमें प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने गणेश वंदना, भिखारी ठाकुर रचित पिया गइले कलकतबा ये सजनी तथा कजरी गीत सेजिया पर लोटे काला नाग हो पेश किया। शैलेंद्र कपिल ने इतनी शक्ति हमें देना दाता गीत पेश किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भोला कुमार ने नाल पर और राकेश कुमार ने हारमोनियम पर गायन कलाकारों के साथ संगत किया।