
Report by : Rishikesh Narayan
पटना, भारत वार्ता संवाददाता : जदयू के अंदर इस वक्त दो खेमे हैं एक तरफ जदयू के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का खेमा है, तो दूसरी तरफ जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का खेमा है। जदयू के इन दोनों बड़े नेताओं को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है। मुख्यमंत्री के दो भरोसेमंद साथी ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच सियासी अदावत के चर्चे सूबे के सियासी गलियारों में इनदिनों जोरों पर है। आरसीपी गुट के नेताओं के द्वारा कभी पोस्टर में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की तस्वीर न देकर तो कभी सोशल मीडिया में ललन सिंह के खिलाफ पोस्ट लिख कर विरोध जताया जा रहा है। वहीं, ललन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद अब पार्टी के संगठन और प्रकोष्ठ के अध्यक्षों के पद से आरसीपी के करीबियों की छुट्टी कर दी गई है। ललन सिंह ने यूपी चुनाव में भाजपा के साथ जदयू का गठबंधन न होने पर भी आरसीपी सिंह पर सवाल उठाया था।
आरसीपी कल करेंगे समर्थकों से संवाद
जदयू में चल रहे अंतर्कलह के बीच गुरुवार को केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह दिल्ली से पटना पहुंचे हैं। पटना एयरपोर्ट पर समर्थकों ने उनका स्वागत किया। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को आरसीपी सिंह ने अपने आवास पर समर्थक कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम रखा है।
आरसीपी गुट के एक जदयू नेता ने नाम सार्वजनिक नहीं करने के शर्त पर कहा कि ललन सिंह द्वारा बदले की भावना से कार्यकर्ताओं पर कारवाई की जा रही। पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं पर कारवाई होने से हमारे नेता जरूर दुखी होंगे। इस तरह से जदयू को कमजोर किया जा रहा है। जब आरसीपी सिंह अध्यक्ष थे तो कार्यकर्ताओं को मान सम्मान मिलता था। कई पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं को सम्मानजनक पद दिया गया था जो अब तक उपेक्षित थे।
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