पटना पुस्तक मेला में उद्योग विभाग का स्टार्टअप जागरूकता कार्यक्रम
पटना, भारत वार्ता संवाददाता : पटना पुस्तक मेला में बिहार स्टार्टअप की ओर से जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बोधगया सभागार में किया गया, इसमें सैकड़ों लोगों को बिहार स्टार्टअप नीति के बारे में जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में बताया गया कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत चयनित उद्यमियों को 10 लाख रुपए तक की सीडफंड की राशि दी जा रही है। महिला उद्यमियों को 5% अधिक और अनुसूचित जाति/जनजाति एवं दिव्यांग वर्ग के उद्यमियों को 15% अधिक सीडफंड की राशि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत दी जा रही है।
उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार ने बताया कि एंजेल निवेशकों से निवेश प्राप्त होने पर स्टार्टअप फंड से भी 50 लाख तक का ऋण इस नीति के तहत दिया जा रहा है। एंजेल निवेशकों से प्राप्त निवेश पर 2% का प्रोत्साहन राशि भी प्रदान करने का प्रावधान बिहार स्टार्टअप नीति के तहत किया गया है। जीरो लैब की दीप्ति आनंद ने बताया कि बिहार स्टार्टअप का पोर्टल 1 दिसंबर 2022 को पुनः खोला गया है और यह 31 दिसंबर 2022 तक ओपन रहेगा। जो लोग बिहार स्टार्टअप नीति के तहत लाभ उठाना चाहते हैं उन्हें तुरंत अपना आवेदन सबमिट करना चाहिए। किसी प्रकार की विशेष जानकारी के लिए उद्योग विभाग में अवस्थित जीरो लैब में काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध है।
जागरूकता कार्यक्रम में मुकेश कुमार ने पारंपरिक व्यवसाय और स्टार्टअप के बीच के अंतर को समझाया जबकि शिवेंद्र कुमार ने कहा कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत जो भी आइडिया सबमिट किए जाते हैं उनकी पूरी जांच की जाती है और उसके बाद लाभार्थियों का चयन किया जाता है। उद्योग विभाग के उपनिदेशक नागेंद्र शर्मा ने कहा कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत लाभार्थियों को पटना के फ्रेजर रोड और मौर्य कंपलेक्स में को वर्किंग स्पेस उपलब्ध कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
जागरूकता कार्यक्रम में स्मार्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स के विभूति विक्रमादित्य ने अपने ऑक्सीमीटर स्टार्टअप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में सिस्लूनर जानकी प्राइवेट लिमिटेड किए ऋचा वात्सयायन और क्राफ्टवाला स्टार्टअप के राकेश कुमार झा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।