12 वोटों से भी हुई जीत-हार
पटना। बिहार के इतिहास में पहला चुनाव है जिसमें कई सीटों पर बहुत कम मतों से हार -जीत हुई है। ज्यादातर सीटों पर कांटे का टक्कर रहा। एक सीट पर तो महज 12 वोटों से जीत -हार हुई।
जदयू ने हिलसा विधानसभा सीट से राजद को महज 12 वोटों से हराया है। जदयू के कृष्णमुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को 61,848 वोट मिले, जबकि राजद उम्मीदवार आत्री मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को 61,836 वोट मिले।
बरबीघा निर्वाचन क्षेत्र में जदयू के सुदर्शन कुमार ने कांग्रेस के गजानन शाही को मात्र 113 वोटों से हराया, जबकि भोरे निर्वाचन क्षेत्र में मात्र 462 वोटों से जीत-हार हुई। वहीं, डेहरी में राजद के फतेबहादुर ने भाजपा के सत्य नारायण सिंह को 464 वोटों से हराया।
1000 से कम से जीते
कई उम्मीदवार एक हजार से कम वोटों के अंतर से चुनाव जीते हैं। बखरी में 717, रामगढ़ में 189, चकाई में 581, मटिहानी में 333 और कुढ़नी में 712 वोटों के अंतर से जीत हार हुई है। इनमें चकाई से पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे सुमित कुमार निर्दलीय चुनाव जीते हैं जबकि रामगढ़ से राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह के बेटे सुधाकर सिंह विजयी हुए हैं।