10 मार्च को वित्त रहित शिक्षकों का विधानसभा के समक्ष महाधरना, 15 को शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव
Bharat varta desk:
वित्त रहित संघर्ष मोर्चा के आवाहन पर आज राज्य भर के इंटर कॉलेज एवं उच्च विद्यालयों, संस्कृत एवं मदरसा विद्यालयों के प्राचार्य एवं प्रधान अध्यापकों की बैठक झारखंड की राजधानी रांची स्थित सर्वोदय बाल निकेतन उच्च विद्यालय, धुर्वा में हुई । जिसमें सर्वसम्मति से स्कूल -कॉलेजों के अधिग्रहण को लेकर 10 मार्च 2022 को विधानसभा के सामने महाधरना एवं 15 मार्च 2022 को शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने का निर्णय लिया गया। बैठक में 12 मार्च तक 50 से ज्यादा विधायकों को अधिग्रहण को लेकर मुख्यमंत्री को हस्ताक्षर युक्त अनुशंसा पत्र देने का निर्णय हुआ ।
राज्य अलग होने के बाद मर गए 500 वित्त रहित शिक्षक
एक तरफ पारा शिक्षकों की समस्या का समाधान कर रही है और दूसरी ओर वित्त रहीत संस्थाओं में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को भूख से मरने के लिए बाध्य कर रही है । राज्य अलग होने के बाद 500 से ज्यादा शिक्षक कर्मचारी आर्थिक तंगी के कारण मर चुके हैं ।कोरोना काल में ही 100 से ज्यादा शिक्षक – कर्मी पैसे के अभाव में इलाज नहीं करा सके और उनकी मृत्यु हो गई ।उनके बाल बच्चे आज पैसे के लिए तरस रहे हैं ।प्राचार्य एवं प्रधानाचार्य ने बैठक में कहा कि
अब आर- पार की लड़ाई होगी।
बैठक में तय किया गया कि 12 मार्च के पहले 50 विधायकों के अधिग्रहण को लेकर अनुशंसा पत्र मुख्यमंत्री को दिया जाएगा।
21 मार्च से रांची में राज्य के अपने -अपने क्षेत्र के स्कूल कॉलेजों के शिक्षक अपने- अपने विधायकों के आवास का घेराव करेंगे ।
बैठक में एक स्वर से प्रधानाचार्य एवं प्राचार्य ने कहा कि 2015 में अनुदान के लिए संशोधित नियमावली बनी है। परंतु 6 वर्ष हो गए संस्कृत एवं मदरसा विद्यालयों को नियमावली के अनुसार अनुदान नहीं मिल रहा है। जबकि इसके लिए मोर्चा मुख्यमंत्री , शिक्षा मंत्री एवं मुख्य सचिव को अनेकों बार ज्ञापन दे चुका है ।
अपना दर्द बता कर रोने लगे शिक्षक
बैठक में संस्कृत व मदरसा के प्रधानाचार्य अपनी बात करते-करते भावुक हो गए। और बहुत से प्राचार्य रोने लगे।इंटर कॉलेज के बहुत से प्राचार्य यह कहते हुए भावुक हो गए की करोना काल में मेरे बच्चे का पढ़ाई बंद हो गई है। और फीस देने के लिए मेरे पास पैसा नहीं है ।बैठक में तय किया गया कि 15 मार्च को हजारों शिक्षक कर्मचारी शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करेंगे ।और अपनी गिरफ्तारी देंगे।
आंदोलनात्मक कार्यक्रम तय किए गए :-
- 10 मार्च को विधानसभा के सामने महाधरना दिया जाएगा।
- 15 मार्च को हजारों शिक्षक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करेंगे ।
3.21 मार्च से शिक्षक कर्मचारी अपने -अपने क्षेत्र के विधायकों के आवास का घेराव करेंगे ।
4.12 मार्च तक 50 से ज्यादा विधायकों के अधिग्रहण को लेकर मुख्यमंत्री के नाम अनुशंसा पत्र देंगे।
- 10 मार्च के दिन मुख्यमंत्री के आवास के घेराव की तिथि तय की जाएगी । मोर्चा की मुख्य मांगे:-
- अनुदानित इंटर कॉलेजों, उच्च विद्यालय ,संस्कृत एवं मदरसा विद्यालयों का अधिग्रहण किया जाए।
- वित्तीय वर्ष 2021-22 में अनुदान नियमावली 2015 के अनुसार संस्कृत ,मदरसा को अनुदान दिया जाए।
- स्थाई पर प्रास्वीकृति प्राप्त इंटर कॉलेजों में कार्यरत शिक्षक -कर्मचारी के सेवा शर्त नियमावली को मंत्री परिषद में सहमति के लिए भेजी जाए ।
- वित्तीय वर्ष 2021- 22 का अनुदान 9 मार्च के पहले स्कूल -कॉलेजों के खाते में भेजी जाएं ।
5 .उच्च विद्यालय स्थापना अनुमति एवं प्रस्वीकृति नियमावली बनाई जाए।
बैठक में मौजूद रहे
बैठक में सुरेंद्र झा, रघुनाथ सिंह ,बंशीधर मिश्रा, फजलुल कादिर अहमद, अरविंद सिंह ,देवनाथ सिंह, नरोत्तम सिंह ,कमलेश ठाकुर, कुंदन कुमार सिंह ,संजय कुमार, मनीष कुमार ,उदय कुमार यादव ,विकास प्रसाद पाठक, विनय उरांव ,आदिल रशीद अंसारी ,अशोक कुमार मिश्र ,पशुपति महतो, इंद्रदेव प्रसाद मेहता ,गणेश महतो, लोकनाथ ठाकुर, हरपी राय, हरेंद्र कुमार महतो ,रंजीत मिश्रा ,विजय झा, मनीष कुमार और संजय कुमार के साथ अन्य कई प्रधानाचार्य एवं प्राचार्य उपस्थित थे ।