बिहार खादी उत्सव-2023 के पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को उद्योग मंत्री ने किया सम्मानित
पटना : बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा बिहार खादी उत्सव-2023 के दौरान आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन महेश भवन सभागार में किया गया जिसमें उद्योग विभाग के मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि खादी का रास्ता ही गांधी का रास्ता है। हम सबको खादी प्रतिदिन पहनना चाहिए और यदि प्रतिदिन हम खादी का वस्त्र न भी पहनें तो कम से कम सप्ताह में एक दिन खादी का वस्त्र अवश्य पहनें। उन्होंने कहा की खादी सम्मान का वस्त्र है। खादी देशभक्ति का वस्त्र है।हम सबको अपने मन में देशभक्ति का जज्बा जगाए रखना है। देश है तो हम हैं। अपना देश अभी प्रगति के रास्ते पर है। बिहार राज्य का विचारहुमुखी विकास हो रहा है। एक समय था जब परिवार के कई सदस्यों के लिए एक या दो वस्त्र ही हुआ करते थे। एक ही साड़ी का प्रयोग घर की दो-तीन महिलाएं करती थी और एक साथ घर के किसी अतिथि के समक्ष नहीं आ पाती थी। अब स्थिति में बदलाव आया है। उद्योग विभाग बिहार में उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। पिछले साल मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 8000 लाखों का चयन किया गया। इस साल पूरे 8000 लाखों का चयन कर दिया गया है। इससे गांव-गांव में नए उद्योगों को स्थापित करने में मदद मिलेगी।मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 10 लाख की सहायता दी जा रही है। जिसमें ₹5 लाख अनुदान का है और ₹5 लाख ऋण का है। अनुसूचित जाति जनजाति महिला और अति पिछड़ा वर्ग के लाभुको को बिना ब्याज के खर्च दिया जा रहा है। इस योजना से बिहार के लोगों में उद्योग लगाने की ललक पैदा हुई है। लगभग 29000 उद्योग लगाई जा चुके हैं। अभी उद्योगों के रजिस्ट्रेशन के मामले में देश के प्रथम तीन राज्यों में बिहार भी है। सर्टिफिकेशन में बिहार राज्य देश में पहले नंबर पर आ गया है। यह सब कड़ी मेहनत का फल है। हम बात करने में विश्वास नहीं रखते हैं। हम काम करते हैं। कड़ी मेहनत करते हैं और उसका बेहतर परिणाम निकलता है। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि खादी के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रयत्नशील रहें। खादी और ग्रामोद्योग के क्षेत्र में लाखों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। खादी के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है। पूरी दुनिया गांधी के रास्ते पर चलने के लिए उत्प्रेरित हो रही है। इससे खादी और हस्थकरघा उद्योग को भी बल मिलेगा। कार्यक्रम में उपस्थिति अति विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉ रामजी सिंह ने कहा कि भारत की पहचान के लिए एक शब्द का ही प्रयोग करना हो तो वह शब्द गांधी ही हो सकता है और गांधी में खादी भी समाहित है। खादी को छोड़ेंगे तो गांधी को भी छोड़ना पड़ेगा। भारत माता ग्रामवासिनी है इसलिए कृषि और ग्रामीण उद्योगों को बढ़ावा देना हम सबका कर्तव्य है। चरखा देश की उन्नति का प्रतीक है। चरखा लगातार चलते रहने की प्रेरणा है। किसान चाची पद्मश्री राजकुमारी देवी ने कहा कि गांव की महिलाओं को रोजी रोजगार से जोड़ना जरूरी है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने महिलाओं को सम्मान दिया।महिलाओं को चरखा काटने और कारखा चलाने का काम दिया। इससे महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण हुआ। छोटे-छोटे उद्योगों से सैकड़ो महिलाओं को काम मिल सकता है। महिलाएं आपस में मिलकर काम करें, छोटे-छोटे समूह बनाकर काम करें तो चमत्कार हो सकता है। सरकार तो सहायता देती है। बस सरकार के नियमों का पालन करते हुए काम करना है। इससे पहले सभी आदत अतिथियों का स्वागत बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने किया। उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने पांच संस्थाओं को कार्यशील पूंजी का सांकेतिक चेक प्रदान किया। कार्यक्रम में पांच खादी संस्थाओं को टूल्किट वितरित किया गया। 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को भी उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ तथा लोक गायिका मैथिली ठाकुर के कर कमल से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में मैथिली ठाकुर ने कहा कि खादी से जुड़ना अभियान की बात है। वह देश-विदेश में कोई भी कार्यक्रम करती हैं तो खादी के वस्त्र ही पहनती हैं। खादी के कपड़े आरामदायक भी हैं और फैशनेबल भी। उन्होंने युवाओं से अपील की की सप्ताह में काम से कम एक दिन खादी का वस्त्र अवश्य पहनें।
पेंटिंग प्रतियोगिता में A ग्रुप में प्रथम पुरस्कार अनुष्का प्रिया,केंद्रीय विद्यालय, द्वितीय पुरुस्कार हर्ष वर्धन अमन, बीडी पब्लिक स्कूल एवं तृतीय पुरस्कार जोया अंसार, केंद्रीय विद्यालय को प्राप्त हुआ।
ग्रुप B में प्रथम पुरस्कार संजीत कुमार, बी डी कॉलेज पटना ,द्वितीय पुरस्कार प्रियंका कुमारी, बीडी पब्लिक स्कूल एवं तृतीय पुरस्कार संज्ञा पलक, न्यू एरा स्कूल को प्राप्त हुआ।