जूनियर डॉक्टरों का अनिश्चितकालीन हड़ताल, रिम्स ओपीडी की व्यवथा चरमरायी, मरीज हो रहे परेशान
रांची संवाददाता: राज्य के मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर बकाया एरियर भुगतान की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसका असर रांची रिम्स में भी देखने को मिल रहा है। व्यवस्था चरमरा गयी है। मरीजों का काफी दिक्कतों का सामना करना पर रहा है। यहां रेसिडेंट डॉक्टर ने ओपीडी को खुलते ही बंद करा दिया। हड़ताली डॉक्टरों ने अस्पताल में नारेबाजी कर रहे हैं। रेसिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन झारखंड के संयोजक डा अजीत कुमार ने बताया कि अगर जल्द उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गयी तो ओपीडी के बाद अन्य सेवाओं को भी बाधित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि एक साथ नहीं तो कम से कम धीरे-धीरे करके ही सही लेकिन सरकार को बकाया एरियर का भुगतान करना होगा। जूनियर डॉक्टर की कल रिम्स के डायरेक्टर और हेल्थ सेक्रेट्री से वार्ता हुयी थी। दोनों वार्ता विफल रही थी। इसके बाद सोमवार से ही जूनियर डॉक्टर ने कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी थी। दूसरे शिफ्ट में मरीज का इलाज नहीं हुआ था। अभी केवल इमरजेंसी में ही मरीज का इलाज हो रहा है। जूनियर डॉक्टर ने कहा कि हमारी परेशानी को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। डॉ अजीत ने बताया कि सरकार डॉक्टर की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। फाइल के निपटारे के लिए स्वास्थ्य विभाग को डेढ़ महीने का समय दिया गया था। लेकिन इस दौरान कुछ भी नहीं हुआ है। साल 2016 से 2019 तक के सातवें वेतनमान के आधार पर बकाया वेतन भुगतान की मांग लगातार रेजिडेंट डाक्टर कर रहे हैं। यह मामला विधानसभा में भी उठाया गया। सोमवार को भाजपा विधायक राज सिन्हा और मंगलवार को कांके विधायक समरी लाल ने यह मामला उठाया। विधायकों ने कहा कि डॉक्टरों की जायज मांग पर सरकार को विचार करना चाहिये। इससे मरीजों को भी परेशानी हो रही है।