प्रभु श्री राम के जयघोष के साथ पटना से श्री राम रथ रवाना
- राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का दिन सनातन आस्था और स्वाभिमान के पुनर्स्थापन का दिन होगा : सम्राट चौधरी
पटना : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी मंगलवार को पटना जंक्शन स्थित प्रसिद्ध महावीर मंदिर से जय श्री राम के उद्घोष के बीच राम रथ को श्री राम ध्वज दिखाकर रवाना किया।
महावीर मंदिर से रवाना यह राम रथ शहर के विभिन्न इलाको में घूम – घूमकर लोगो को 22 जनवरी को डाकबंगला चौराहे पर आकर राम-धुन, भजन के साथ हवन पूजन और प्रसाद के लिये आमंत्रित करेगा।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह दिन सनातन आस्था और स्वाभिमान के पुनर्स्थापन का दिन होगा जब 500 साल के संघर्ष के बाद एक बार फिर रामलला अपने स्थान पर विराजमान होंगे।
उन्होंने कहा कि इस दिन के लिए कई लोगों ने अपनी कुर्बानियां दी और त्याग किए। उस दिन करोड़ों लोगों का सपना पूरा होगा और भविष्य में यह पवित्र धरा असंख्य लोगो का कल्याण करती रहेगी।
उन्होंने लोगों को इस दिन को दीपावली के रूप मनाने की अपील की।
इस मौके पर पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव तथा पूर्व मंत्री सह विधायक नितिन नवीन के साथ श्री श्री रामनवमी शोभायात्रा अभिनंदन समिति के अध्यक्ष सरदार जगजीवन सिंह बबलू एवं अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।
22 जनवरी को अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बनाने के लिए राजधानी पटना में श्री श्री रामनवमी शोभायात्रा अभिनंदन समिति ने भव्य तैयारी की है, जिसके अंतर्गत 51 हज़ार दीपों से पटना के डाकबंगला चौराहे को जगमग किया जाएगा, इसके साथ ही लगभग सवा लाख दीप पटना के 50 से भी ज्यादा पूजा समितियों और व्यापारिक संगठनों के बीच वितरित किए जाएँगे।
कुल मिलाकर पटना को पूरी तरह से श्री राम की भक्ति और आस्था में भरने के लिए समिति ने संयोजक नीतिन नवीन तथा अध्यक्ष जगजीवन सिंह बबलू ने समिति के सदस्यों के साथ कर ली गई है।
एक दिन पहले से चौबीस घंटे का अष्टजाम और प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत भजन पूजन और हवन का आयोजन भी डाकबंगला पर चौराहे पर किया जाएगा।
इन सभी बातों की जानकारी और जागरूकता के लिए ही आज महावीर मंदिर से राम रथ को रवाना किया गया है।
इस मौके पर सांसद रामकृपाल यादव ने राजधानिवासियों से 22 जनवरी को अपने घरों एवं प्रतिष्ठानों पर दीपक जलाकर दीपावली मनाने की अपील की।
विधायक नितिन नवीन ने कहा कि 500 वर्षों के संघर्ष के बाद 22 जनवरी का दिन हम लोगो को प्रत्यक्ष देखने को मिल रहा है ये हम सब के लिये सौभाग्य और गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या की पावन धरा प्रभु श्री राम के जन्मभूमि है, 22 जनवरी 2024 को यह पुण्य धरा पुनः धर्म के जयघोष के साथ आने वाली सदियों तक मानवता का कल्याण करती रहेगी।
इस ऐतिहासिक दिवस को हम सब दीपावली के रूप में मनाये, अतः अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के दिन अपने घरों के साथ समीप के मंदिर प्रांगण में एकत्रित होकर भजन भाव के साथ साथ दीप दान अवश्य करें।