जानकी नवमी पर होगा अयोध्या में सनातन प्रतिभा प्रतियोगिता का आयोजन
रामायण प्रतियोगिता में एक लाख रूपये के पुरस्कार
Bharat Varta Desk : राम की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जारी है। इस बीच अयोध्या में हर वर्ष की तरह इस बार भी छात्र-युवाओं के लिए महाकाव्य रामायण को आधारशिला बना कर सनातन प्रतिभा प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता में रामायण से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे, साथ ही विजेता बने प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
सनातन प्रतिभा प्रतियोगिता के आयोजन समिति के संरक्षक, अमावा राम मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य व अधिवक्ता सायण कुणाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अमावा राम मंदिर में जानकी नवमी के पावन अवसर पर वाल्मीकि रामायण की प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों के बीच एक लाख रूपये के पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा। प्रथम पुरस्कार 40,000 रूपये, द्वितीय पुरस्कार 25,000 रूपये, तृतीय पुरस्कार 15,000 रूपये का होगा।
पिछली बार वाल्मीकि रामायण की प्रतियोगिता में अनेक वैकल्पिक उत्तरों में एक सही उत्तर चुनना था। किन्तु इस बार प्रतियोगिता में प्रश्नों की पद्धति भिन्न रहेगी। कुछ प्रश्नों के सीधे उत्तर देने होंगे। कुछ श्लोकों का अर्थ अन्वय के साथ लिखना होगा। कुछ प्रश्नों की व्याख्या प्रसंग के साथ करनी होगी। कुछ प्रसंगो को बतलाकर वहां पात्र विशेष की उक्ति लिखनी पड़ेगी।
इन प्रश्नों का उद्देश्य यह कि पाठक वाल्मीकि रामायण का गहन अध्ययन करें, ताकि महर्षि वाल्मीकि द्वारा विरचित रामायण का मर्म समझ सकें। प्रथम पुरस्कार के लिए साठ प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। साठ प्रतिशत अंक नहीं आने पर यह पुरस्कार राशि अगले साल के पुरस्कार में जुट जाएगी। यानि अगले साल दो प्रथम पुरस्कार की दो राशियां मिलेंगी। अन्य पुरस्कारों के लिए न्यूनतम अंको की बाध्यता नहीं रहेगी। परीक्षा 9 मई 2022 को अपराह्न पांच बजे से सात बजे तक रहेगी और पुरस्कार दूसरे दिन यानि जानकी नवमी के पावन अवसर पर दिनांक 10 मई 2022 को 9 बजे से 10 बजे के बीच अमावा राम मंदिर में होगा। पिछली प्रतियोगिता 19 जनवरी 2021 में अमावा राम मंदिर के प्रांगण में हुई थी। अब यह प्रतियोगिता प्रति वर्ष जानकी नवमी के पावन अवसर पर हुआ करेगी।
प्रतिदिन 2 हजारों लोग राम रसोई में करते हैं भोजन
अमावा राम मंदिर में प्रतिदिन महावीर मंदिर, पटना के सौजन्य से राम रसोई दिनांक 1 दिसम्बर 2019 से चल रही है, जिसमें औसतन करीब 2000 लोग भोजन करते हैं। मार्च 2021 में 59,278 लोगों ने यहां प्रसाद ग्रहण किया। सभी भक्तों को प्रेम से नौ प्रकार के व्यंजन परोसे जाते हैं और भक्त उन्हें श्रद्धापूर्वक ग्रहण करते हैं।