मोकामा वाले ललन सिंह ने जदयू से दिया इस्तीफा, लड़ेंगे मोकामा, बीजेपी दे सकती है टिकट!
Bharat Vart Desk : बिहार विधानसभा की दो सीटों मोकामा एवं गोपालगंज के लिए उपचुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। सबकी निगाहें मोकामा पर टिकी हैं जहां जेल में बंद बाहुबली अनंत सिंह को सजा होने के कारण उनकी विधायकी खत्म होने के बाद उपचुनाव हो रहा है। यह लगभग तय हो गया है कि महागठबंधन से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी राजद उम्मीदवार होंगी। वहीं, भाजपा में उम्मीदवार को लेकर माथापच्ची जारी है। चर्चा है कि मोकामा वाले ललन सिंह को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। भाजपा सूत्रों का भी कहना है कि अनंत सिंह के खिलाफ मजबूत उम्मीदवार के रूप में ललन सिंह को पार्टी में शामिल करा टिकट दिया जा सकता है। इस बीच शनिवार को नलिनी रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने पटना में अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला कर जदयू से इस्तीफा दे दिया।
जदयू से इस्तीफा देने के बाद नलिनी रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि वे ललन बाबू (वर्तमान जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष) के भरोसे पर पार्टी में आये थे कि मोकामा को अनंत सिंह के चंगुल से मुक्त कराना है। लेकिन, एक बार फिर जदयू अनंत सिंह की गोद में जा बैठी है। इसलिए इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टी उन्हें टिकट देती है तो यह उनके लिए सौभाग्य की बात होगी।
महज 2 हजार वोटों से हारे थे ललन सिंह
भूमिहार बहुल मोकामा में अनंत सिंह को कोई अगर टक्कर देता है तो वह नलिनी रंजन शर्मा उर्फ ललन सिंह हैं। बीकॉम शैक्षणिक योग्यता वाले ललन सिंह की क्षवि भी बाहुबली की रही है। कभी सूरजभान सिंह और ललन सिंह की जोड़ी के चर्चे होते थे। कहा तो यह भी जाता है कि सूरजभान के पीछे ललन सिंह बड़ी ताकत थे। 2005 में ललन सिंह ने अनंत सिंह के खिलाफ लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस दौरान ललन सिंह दो हजार से भी कम वोटों से पीछे रह गए थे। इसके बाद 2010 में ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी ने भी लोजपा के टिकट पर अनंत को कड़ी टक्कर दी थी। एकबार फिर कहा जा रहा है कि यहां अनंत सिंह की पत्नी के खिलाफ ललन सिंह भाजपा से मैदान में उतर सकते हैं। ऐसे में यहां मुकाबला रोमांचक होगा।