राज्यसभा उपचुनाव: सुशील मोदी के खिलाफ राजद दलित कार्ड खेलने की कोशिश में, रीना पासवान या श्याम रजक पर दांव आजमाने की तैयारी
पटना संवाददाता। रामविलास पासवान के निधन के कारण राज्यसभा की एक सीट पर हो रहे उपचुनाव में राजद महागठबंधन की ओर से दलित कार्ड खेलने की कोशिश में है। हालांकि अभी तक बात नहीं बनी है। इसको लेकर महागठबंधन के में जोर शोर से कवायद चल रही है। बैठक और संपर्क का दौर जारी है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक राजद पहले रामविलास पासवान की पत्नी और चिराग पासवान की मां रीना पासवान को उम्मीदवार बनाना चाहती है। राजद नेता श्याम रजक और शक्ति सिंह यादव अलग-अलग बातचीत में कह चुके हैं कि पार्टी के लोग चाहते हैं कि रीना पासवान राज्यसभा का चुनाव लड़े। यह रामविलास पासवान की ही सीट है। इस सीट पर रीना पासवान का ही हक बनता है। लेकिन जानकार बता रहे हैं कि रीना पासवान या चिराग पासवान की ओर से इस संबंध में हामी नहीं भरी गई है। ऐसी स्थिति में राजद चुनाव के पहले ज्यादा जदयू छोड़कर राजद में शामिल हुए अपने पुराने साथी श्याम रजक को महागठबंधन का उम्मीदवार बनाना चाहता है हालांकि बातचीत में वे कह चुके हैं कि ऐसी उनकी इच्छा नहीं है। इच्छा है कि रीना पासवान ही चुनाव लड़ें।
एनडीए की ओर से पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी उम्मीदवार बनाए गए हैं। राजद के नेता जानते हैं कि संख्या बल में एनडीए भारी पड़ेगा। चुनाव जीतना मुश्किल है मगर वे एनडीए को चुनौती देना चाहते हैं। एनडीए के नेताओं की परेशानी बढ़ाने के लक्ष्य से चुनाव लड़ने की योजना बनाई जा रही है। इसके साथ दलित उम्मीदवार देकर दलित वोटरों को साधने की भी योजना है। मगर यह भी जानकार सूत्र यह भी बता रहे हैं कि कोई भी उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हो रहा। इन दोनों उम्मीदवारों के साथ महागठबंधन के लोगों ने कुछ और नेताओं को उम्मीदवारी का का प्रस्ताव दिया मगर लड़ने को तैयार नहीं हुए। कुछ लोग बता रहे हैं कि महागठबंधन दलों की रायशुमारी के बाद श्याम रजक को उतारा जा सकता है। 3 दिसंबर तक नामांकन का समय है और 14 दिसंबर को चुनाव है।