भागलपुर से जुड़ी हैं सर्वपल्ली राधाकृष्णन की यादें (शिक्षक दिवस पर)
भागलपुर, भारत वार्ता संवावदाता:
भारत के राष्ट्रपति रहे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सम्मान में आज शिक्षक दिवस मनाया जाता है। 5 सितंबर को उनका जन्म हुआ था। बिहार के रेशमी शहर कहे जाने वाले भागलपुर से राधाकृष्णन यादें जुड़ी हुई हैं। वे यहां 1946 में आए थे और उन्होंने भागलपुर की जनता को संबोधित किया था। डाक्टर राधाकृष्णन उस समय बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति थे। भागलपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय पंडित निशिकांत मिश्र की पहल पर भागलपुर में राधाकृष्णन की यात्रा हुई थी। पंडित मिश्र उस समय बीएचयू के छात्र थे। उनके भाषण को लेकर भागलपुर में उत्सव का माहौल था। स्थानीय सीएमएस स्कूल में उनका संबोधन हुआ था और उनको सुनने के लिए भागलपुर के सरकारी कार्यालयों में आधे दिन की छुट्टी दे दी गई थी। उन्हें जिस रास्ते से गुजरना था, उन सारी सड़कों को भागलपुर नगर निगम ने पानी से धोया था। आज शिक्षक दिवस के मौके पर राधाकृष्णन को याद करते हुए भागलपुर के कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया है जिसमें राधाकृष्णन की भागलपुर यात्रा से जुड़े प्रसंग और फोटो शामिल किए गए हैं। इसमें भागलपुर विश्वविद्यालय के इतिहास के प्राध्यापक डॉ रवि शंकर चौधरी का पोस्ट उल्लेखनीय है। जिस पंडित निशि कांत मिश्रा के आग्रह पर राधाकृष्णन भागलपुर आए थे उनका परिवार आज भी पीतमपुर में रहता है। निशिकांत जी की पहल पर ही ऐतिहासिक स्थल विक्रमशिला की खुदाई शुरू हुई थी। उनकी पत्नी और परिवार के अन्य लोग भी आजादी की लड़ाई में शामिल थे। बिहार के मुख्यमंत्री भगवत झा आजाद के मित्र रहे पंडित निशिकांत के बड़े बेटे उदय कांत मिश्रा आज बिहार आपदा प्रबंधन विभाग के उपाध्यक्ष हैं जबकि दूसरे बेटे रवि कांत मिश्रा भागलपुर में चिकित्सक है और तीसरे बेटे राजीव कांत मिश्रा प्रमुख शिक्षाविद हैं। इस परिवार के पास डॉ राधाकृष्णन की गई यादें सुरक्षित हैं।