बंगाल में प्रधानमंत्री की दहाड़, कहा- अब 2 मई और ‘दीदी’ गईं
कोलकाता, भारत वार्ता संवाददाता
बंगाल के बांकुड़ा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब 2 मई और ‘दीदी’ गईं। उन्होंने कहा कि बंगाल में असल परिवर्तन आएगा। अपने भाषण की शुरुआत बंगाली में करते हुए उन्होंने कहा कि ‘कटमनी का खेला अब चोलबे ना’ यानी बंगाल में अब कटमनी नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और सिंडिकेट का खेल अब बंगाल में नहीं चलेगा।
राज्य की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “बंगाल में दीदी के लोग दीवार पर तस्वीरें बना रहे हैं। तस्वीरों में दीदी मेरे सिर पर अपना पैर मार रही हैं। मेरे सिर के साथ फुटबॉल खेल रही हैं। आप बंगाल के संस्कार और यहां की महान परंपरा का अपमान क्यों कर रही हो दीदी? ये बंगाल तो देश को दिशा देने वाला है। मैं जितना दीदी से आपके सवाल पूछता हूं, उतना वो मुझ पर गुस्सा करती हैं। अब तो कह रही हैं कि उनको मेरा चेहरा भी पसंद नहीं है। दीदी, लोकतंत्र में चेहरा नहीं, जनता की सेवा, जनता के लिए किया गया काम कसौटी पर होता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में अगर हमारी सरकार आई तो आयुष्मान भारत योजना लागू करेंगे। टालबाजों के खिलाफ कार्रवाई होगी अगर बीजेपी आती है। भ्रष्टाचारियों और सिंडिकेट वोलों के खिलाफ कार्रवाई होगी। बंगाल में असली परिवर्तन बीजेपी लाकर दिखाएगी। असली परिवर्तन यानी बंगाल में एक ऐसी सरकार लाने के लिए जो सरकारी योजनाओं का पैसा 100 फीसदी गरीब तक पहुंचाए। बंगाल में एक ऐसी सरकार लाने के लिए जो तोलाबाजों, सिंडिकेट को जेल भेजे, भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई करे। बंगाल में एक ऐसी सरकार लाने के लिए जो गरीबों की सेवा करे, उनकी तकलीफें दूर करे।
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल में डबल इंजन की सरकार जरूरी है। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार हर घर पाइप से जल पहुंचाने के लिए अभियान चला रही है। हमने सैकड़ों करोड़ रुपये बंगाल सरकार को दिए हैं। लेकिन यहां की बहनें-बेटियां, बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान हैं। नल कहां है, जल कहां है। यहां खेतों में पानी क्यों नहीं है? क्यों यहां का किसान साल में सिर्फ एक फसल लेने के लिए मजबूर हैं? यहां सिंचाई व्यवस्थाएं जर्जर क्यों हैं, परियोजनाएं लटकी क्यों हैं? यहां युवा परेशान हैं। चाकरी, उद्योग, निवेश कहां है? आपने 10 साल में सिर्फ खोखली घोषणाएं की हैं, ज़मीन पर काम कहां है दीदी।”