आईपीएस अधिकारी ने अपराध के खिलाफ अद्भुत कदम उठाया
200 विभिन्न कंपनियों की गाड़ियां और लगभग 10000 कारों का रिकॉर्ड खंगाल दिया
NEWSNLIVE DESK: राजस्थान कैडर के आइपीएस अशोक कुमार गुप्ता जो वर्तमान समय में डीआइजी प्लानिंग एंड वेलफेयर, पीएचक्यू हैंं वह बताते हैं कि जब वर्ष 2016 में जयपुर के पुलिस कमिश्ननर थे तो उन्हें एक देर रात्रि युवती के अपहरण की सूचना मिली। युवती सी स्कीम क्षेत्र स्थित एक क्लब में अपनी दो सहेलियों के साथ पार्टी कर मुरलीपुरा जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रही थी। तभी क्लब में उपस्थित एक युवक ने मुरलीपुरा जाने की कहकर तीनों युवतियों को अपने साथ कार में बैठा लिया। युवक ने सीकर रोड पर कार का टायर खराब होने की कहकर दो युवतियों को नीचे उतार दिया और तीसरी युवती कार से उतरने लगी, तभी उसने कार दौड़ा दी और युवती का अपहरण कर ले गया। आरोपी विश्वकर्मा थाना अंतर्गत दो सौ फीट एक्सप्रेस हाइवे के नीचे सुनसान जगह युवती को ले गया। वहां पर युवती के जबरन पूरे कपड़े फाड़ निवस्त्र कर दिया और उससे बलात्कार का प्रयास किया। पीडि़ता के चिल्लाने पर पकड़े जाने के डर से आरोपी भाग गया। पीडि़ता से जानकारी मिली थी कि कार के एक फाटक का हैंडल टूटा है और पीडि़ता ने कार की नंबर प्लेट के दो अक्षर भी बताए। तब करीब जयपुर की 200 अलग-अलग कंपनियों की कारों की तस्दीक और करीब 10 हजार कारों का रिकॉर्ड खंगाला गया। क्लब और वीकेआई क्षेत्र में पुलिस टीम उक्त कार की जानकारी जुटाने लगी थी। टीम को एक व्यक्ति ने कार कोटपुतली क्षेत्र की होने की संभावना बताई। कोटपुतली की कारों की तस्दीक की गई। तब जाकर एक संदिग्ध कार मिली, जिसके दो नंबर युवती द्वारा बताए गए दो अक्षर से मिल रहे थे और उसका हैंडल भी टूटा था। पूछताछ और तस्दीक के बाद कार सवार युवक ने जुर्म कबूल लिया, तब उसे गिरफ्तार किया। पुलिस टीम को इस वारदात को खोलने के लिए दिन रात बड़ी मेहनत करनी पड़ी थी।