डोला पर आएंगी और हाथी पर जाएंगी मां दुर्गा, जानिए आचार्य मयंकेश्वर नाथ तिवारी से शारदीय नवरात्र का महात्म…..
नवरात्र विशेष
शारदीय नवरात्र:- अश्विन शुक्ल प्रतिपदा से शुभारम्भ होता है इस वर्ष 07 अक्टूबर गुरुवार को माँ भगवती डोली पर सवार होकर आ रही है और 15 अक्टूबर शुक्रवार को विजयादशमी के दिन गज (हांथी) से प्रस्थान करेंगी भगवती शुभागमन नवरात्रि के प्रथम दिवस के अनुसार निम्नवत है….शशिसूर्ये गजारूढ़ा शनिभौमे तुरंगमा।गुरौ भार्गव च डोलायां बुधे नौका च रोहति।।
आगमन का फल निर्देशित निम्नवत है: गजे च जलदा देवी क्षत्र भंग स्तुरंगमा।नोकायां सर्वसिद्धिस्यात दोलायां मरणं ध्रुवम्।।डोली में आने के फलस्वरूप महामारी भौमान्तरिक्ष उत्पात इत्यादि की सम्भावना होती है।समर्पित भावना से अर्चन करना चाहिये।इसी प्रकार भगवती के गमन के लिए दिवस के अनुसार निर्धारित है। शशि सूर्य दिने यदि सा विजया, महिषागमने रुज शोककरा।शनि भौमदिने यदि सा विजया चरणायुध यानि करी विकला।।बुधशुक्र दिने यदि सा विजया गज वाहन गा शुभ वृष्टिकरा।सुरराजगुरौ यदि सा विजया नरवाहन गा शुभ सौख्य करा॥
आना चिंताजनक, जाना लाभदायक: इस बार डोला पर माता जी का आगमन जनमानस लिये थोड़ा चिंताजनक माना जाएगा, इससे किसी प्रकार प्राकृतिक प्रकोप, महामारी, या राष्ट्र युद्ध से जनसंख्या ह्रास का सामना करना पड़ सकता है। जबकि हांथी पर गमन जल, वृष्टि, अन्न धन की प्राप्ति तथा विभिन्न प्रकार के रोग शोक निवारक भी होगा।
कैसे करें उपासना: जो श्रद्धालु शाक्त परिवार नवरात्र में पूजा पाठ ध्यान अर्चन करते है उन्हें प्रातः काल से शुभारम्भ करेंगे परन्तुकलश स्थापनम घट स्थापनमचित्रा नक्षत्र एवम वैधृति योग कलश स्थापना में सर्वथा वर्जित है अतः अभिजित नक्षत्र में स्थापना करें।
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त :- अभिजीत मुहूर्त :- दिन में – 11:36 से 12:23 तक। प्रथमा शैलपुत्री पूजन्म होगा। 2, द्वितीया ब्रह्मचारिणी पूजन :-08/10/2021 शुक्रवार को शुभ होगा।3, तृतीया चन्द्रघण्टा पूजन :-09/10/2021 शनिवार को शुभ है।4, चतुर्थी कुष्मांडा पूजन :-10/10/2021 रविवार को शुभ होगा।5,-6,पंचमी स्कंदमाता एवं षष्ठी कात्यायनी पूजन :-11/10/2021 सोमवार को शुभ है। आज ही अपराह्न संध्या में बिल्व युग्म फल विल्ववृक्ष पूजन निमंत्रण सबके लिए शुभ होगा।7महासप्तमी कालरात्रि पूजन, डोली यात्रा, नवपत्रिका प्रवेशनम मूर्ति प्राणप्रतिष्ठा एवं पट प्रदर्शन माँ भगवती दर्शनम। 12/10/2021 मंगलवार को किया जाएगा। आज रात्रि 1:48 से अन्नपूर्णा परिक्रमा आरम्भ हो जाएगा।8, महाष्टमी/ बुधाष्टमी/ दुर्गाष्टमी/ महागौरी पूजन/कुमारिका पूजन एवं महानिशा पूजन शस्त्र पूजन कुष्मांड बलि नारिकेल बलि इत्यादि।13/10/2021 को बुधवार को महाष्टमी व्रत पूजन, कुमारिका पूजन एवं रात्रि 10:30 से रात्रि 11:41 तक महानिशा पूजन अन्नपूर्णा परिक्रमा एवं कुष्मांड नारिकेल बलि प्रदान किया जाएगा। 9, महानवमी व्रत दुर्गा नवमी एवं नवरात्र हवन पुर्णाहुति कुमारी पूजन 14/10/2021 गुरुवार को पूरे दिन ।10, विजयादशमी, जयंती ग्रहण एवं नवरात्र व्रत का पारण :-15/10/2021 शुक्रवार को प्रातः दशमी पूजन, शमी पूजन, जयंती ग्रहण, खिडलीच दर्शन अपराजिता पूजन देवी विसर्जन पूर्वक नवरात्र व्रत का पारण होगा। *इस वर्ष शुक्रवार के प्रातः हांथी पर माता जी का गमन उत्तम वृष्टि,अन्न धन की परिपूर्णता, सबके जीवन मे प्रसन्नता, उत्तम आयु आरोग्यता के साथ सबके मार्ग प्रसस्त करे और सबका* जीवन सुखमय हो।माँ त्रिपुरसुंदरी जगदम्बिके माँ विंध्यवासिनी नमोस्तुतेआचार्य मंकेश्वर नाथ तिवारीमोबाईल 8210379212