उत्तर प्रदेश के बाहुबलियों की गाड़ी नंबर की प्रेम कथा
हर बाहुबली को अपना लकी नंबर चाहिए काफिले में शामिल गाड़ियां होती है एक नंबर वाली
NEWSNLIVE DESK: उत्तर प्रदेश शुरू से अपनेे बाहुबलियों के कई प्रकार के कारनामों के लिए प्रसिद्ध रहाा है।गाड़ियों के नंबर को लेकर भी बाहुबलियों के बीच में मची है। काफिले की सभी गाड़ियां न केवल एक ही नंबर की होती हैं, बल्कि इन सभी का रंग भी एक जैसा ही होता है।
राजा भैया
प्रतापगढ़ में कुंडा के रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया जो कि पूर्व मंत्री रह चुके हैं और कई बार से निर्दलीय विधायक भी हैं, उनके काफिले की सभी गाड़ियों के अंत में या तो 0001 या फिर 0072 होता है। इनके काफिले की सभी गाड़ियां सफेद रंग की ही होती हैं।
सोनू-मोनू सिंह
यशभद्र सिंह मोनू और चंद्रभद्र सिंह मोनू सुल्तानपुर के बाहुबली बंधु हैं। इनकी सभी गाड़ियां 0001 नंबर वाली ही होती हैं। साथ ही इनकी सभी गाड़ियों का रंग भी सफेद ही रहता है।
सुशील सिंह
ये चंदौली के सैयद राजा से विधायक हैं और डॉन बृजेश सिंह के भतीजे भी हैं। बिल्कुल राजा भैया की ही तरह सुशील सिंह को भी वे गाड़ियां पसंद हैं, जिनके अंत में 0001 होता है। इनका काफिला जब निकलता है तो इसमें 0001 नंबर वाली ही गाड़ियां नजर आती हैं। सभी गाड़ियां काले रंग की ही होती हैं।
अजय सिंह सिपाही
अंबेडकर नगर के रहने वाले अजय सिंह पुलिस कॉन्स्टेबल से माफिया बने थे। इनकी सभी गाड़ियों का नंबर 7272 रहता है। इन दिनों ये जेल में बंद चल रहे हैं।
धनंजय सिंह
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जौनपुर के मल्हनी से चुनाव लड़ने वाले धनंजय सिंह के काफिले की सभी गाड़ियों के नंबर के अंत में 9777 रहता है। साथ ही सभी गाड़ियां काले रंग की रहती हैं।
बृजभूषण शरण सिंह
ये कैसरगंज से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। इनकी सभी गाड़ियों के नंबर 9000 होते हैं।
अभय सिंह
चाहे फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो गाड़ियां हों या फिर मर्सिडीज, माफिया अभय सिंह की सभी गाड़ियों का नंबर 7273 ही रहता है। ये फैजाबाद के गोसाईगंज से विधायक भी रहे हैं। साथ ही इन्हें काले रंग की गाड़ियां बेहद पसंद हैं।
इस तरह से उत्तर प्रदेश के ये बाहुबली नेता अपनी गाड़ियों के लिए भी खूब जाने जाते हैं। एक ही तरह के नंबर लेने के लिए ये भरपुर पैसे भी खर्च करते हैं।