पटना, भारत वार्ता संवाददाता: शहाबुद्दीन फैक्टर राजद के भीतर खलबली मचाए हुए है. सिवान से चार बार सांसद और दो बार विधायक रहे बाहुबली शहाबुद्दीन के निधन के बाद लालू और तेजस्वी द्वारा पल्ला झाड़ लिया जाना उन्हें महंगा पड़ रहा है. शहाबुद्दीन के समर्थकों में बढ़ते गुस्सा को देखकर तेजस्वी की चिंता काफी बढ़ गई है. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को मनाने के लिए आज तेजस्वी यादव ने एक और दांव खेला. उन्होंने अपने नजदीकी और दानापुर के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव को सिवान स्थित प्रतापपुर गांव में उनके घर पर भेजा था. इसके साथ तेजस्वी के निकटवर्ती आरजेडी के एक और विधायक ओसामा से मिलने पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि रीतलाल यादव ने लालू परिवार के संदेश से ओसामा को अवगत कराया. उन्हें बताया गया कि लालू परिवार उनके और उनके परिवार के प्रति काफी हमदर्दी रखता है. इसके पहले तेजस्वी के बड़े भाई विधायक=तेज प्रताप यादव ने यह ट्वीट किया था कि ओसामा उनके लिए छोटा शहाबुद्दीन है. तेज प्रताप के पहले तेजस्वी यादव भी ट्वीट करके सफाई दे चुके हैं कि उन्होंने और लालू प्रसाद ने बहुत कोशिश की कि शहाबुद्दीन के शव को सिवान ले जाने और वहीं पर दफनाने अनुमति तिहाड़ जेल प्रशासन और सरकार दे मगर कोरोना के नियमों का हवाला देकर सरकार ने ऐसा नहीं होने दिया.
शाहबुद्दीन समर्थकों में गुस्सा: यहां बता दें कि शाहबुद्दीन समर्थकों में इस बात का बहुत ही अधिक गुस्सा है कि पूर्व सांसद के मरने के बाद लालू परिवार का एक भी व्यक्ति अस्पताल या जनाजे के समय नहीं पहुंचा. इसके लिए राजद के कई मुस्लिम नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. यही नहीं सिवान जिले के रघुनाथपुर के यादव विधायक ने सार्वजनिक तौर पर यह घोषणा कर दी है कि वे वह शहाबुद्दीन की पत्नी और बेटे के साथ रहेंगे. वह लालू और तेजस्वी यादव को नहीं जानते हैं. जबकि यह विधायक राजद से ही आते हैं. इन सब से तेजस्वी और उनके पिता लालू प्रसाद चिंतित है. पूर्व मंत्री और राजद विधायक अवध बिहारी चौधरी भी ओसामा से मिलने गए थे. इसके साथ जेल में बंद मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के समर्थक और आरजेडी के प्रवक्ता बंटू सिंह भी सिवान पहुंचकर ओसामा से मिले थे और पार्टी की ओर से उनके प्रति समर्थन जताया था. लालू परिवार को मुस्लिम वोटरों के नाराज होने की चिंता सताने लगी है.
पप्पू यादव भी गए थे शहाबुद्दीन के घर: उधर पूर्व सांसद और जाप नेता पप्पू यादव भी लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ काफी कुछ बोल चुके हैं. पप्पू ओसामा से मिलने उनके गांव गए थे. उन्होंने कहा था कि जिस सहाबुद्दीन ने पूरे जीवन लालू प्रसाद और राष्ट्रीय जनता दल के लिए समर्पित किया, उस दल और उसके नेता ने अंतिम समय में शहाबुद्दीन को छोड़ दिया. पप्पू यादव ने मांग किया था कि राजद शहाबुद्दीन की पत्नी को राज्यसभा भेजे और ओसामा को विधान पार्षद बनाए.
Bharat varta Desk केंद्र सरकार ने शनिवार को पंजाब कैडर के 1989 बैच के आईपीएस… Read More
Bharat varta Desk पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो गई है। सबसे… Read More
Bharat varta Desk उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नैनीताल में तीन दिन के दौरे पर हैं। कुमाऊं… Read More
Bharat varta Desk प्सुल्तानगंज महेशी महा दलित टोला में कांग्रेस के सामाजिक न्याय जन चौपाल… Read More
Bharat varta Desk पटना हाईकोर्ट ने कई प्रिंसिपल जजों को बदल दिया है। कई जज… Read More
Bharat varta Desk बिहार चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर राज्य… Read More