मंदार महोत्सव में नीतू नवगीत ने फैलाई लोकगीतों की खुशबू
बांका : पर्यटन विभाग, बिहार सरकार तथा बांका जिला प्रशासन की ओर से मकर संक्रांति के पावन अवसर पर आयोजित राजकीय बौसी मेला और तीन दिवसीय मंदार महोत्सव में बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका डा. नीतू कुमारी नवगीत ने विस्तार से मंदार पर्वत की महिमा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि समुद्र मंथन के समय मंदार पर्वत को ही मथानी के रूप में प्रयोग में लाया गया था। इस पर्वत का उल्लेख अनेक पुराणों और महाभारत में भी है। पौराणिक काल से ही यह पर्वत और पापहरणी तालाब बांका जिला सहित पूरे अंग क्षेत्र की विशिष्ट पहचान रहा है। महोत्सव में नीतू नवगीत ने अंगिका, मगही, मैथिली और भोजपुरी गीतों से रंग जमाया। पूरा महोत्सव बिहार के लोकगीतों से गुंजित हुआ। स्थानीय बोली और भाषा का सुंदर समन्वय करते हुए नीतू नवगीत ने संपूर्ण मेला परिसर में लोकगीतों की खुशबू फैला दी। उन्होंने भगवान गणेश की आराधना करते हुए- मंगल के दाता भगवान बिगड़ी बनाई जी, गौरी के ललना हमरा अंगना में आई जी… गीत पेश किया। घर-घर में गाए जाने वाले- जगदंबा घर में दियारा बार आईनी हे .. के माध्यम से उन्होंने सभी भक्तगणों को भक्ति के सूत्र में बांध दिया। उन्होंने राम जी और सीता जी के प्रथम मिलन प्रसंग पर आधारित गीत- राजा जनक जी के बाग में अलबेला रघुवर आयो जी… गाकर लोगों के मन को जीता। भगवान भोले शंकर की आराधना करते हुए उन्होंने- का लेके शिव के मनाई हो शिव मानत नाहीं…, भोला के देखेला बेकल भइले जियरा…, खोली ना ही मातल हो नयनवा शिव शंकर दानी…, शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी…, डिम डिम डमरु बजावे ला हमार जोगिया… जैसे गीत गाए। उन्होंने दर्शकों की विशेष मांग पर बिहार के अमर लोक गायक और गीतकार भिखारी ठाकुर की प्रसिद्ध रचना- पिया गइले कलकतबा ए सजनी… और महेन्द्र मिसिर के गीत- अंगुरी में डंसले बिया नगिनिया हो… गाकर सुनाया। नीतू नवगीत ने -सेजिया पर लोटे काला नाग हो कचौड़ी गली सून कइला बलमू… और पिपरा के पतवा फूलोंगिया डोले रे ननदी… गाकर लोगों को भाव विभोर कर दिया। लोक गायिका ने- निमिया के डार मैया लागेली झुलनवा कि झूली झूली ना… गीतों के माध्यम से देवी मां का अलख जगाया। लोक गायिका नीतू नवगीत के साथ सुरेश प्रसाद ने कैशियो पर धीरज पांडे ने नाल पर, सुभाष कुमार यादव ने बैंजो पर और आशीष पंडित ने आॉक्टोपैड पर रंग जमाया। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद बांका जिला प्रशासन की ओर लोक गायिका नीतू नवगीत को सम्मानित भी किया गया।