Vaccine Dry Run क्या है, दिल्ली से पटना तक 116 जिलों में कैसे कर रहा काम, जानें
News N Live Desk: भारत में कोरोना के खिलाफ वैक्सिनेशन अभियान की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। शनिवार को पूरे देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के कुल 116 जिलों में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन चल रहा है। देश के एक सिरे से दूसरे सिरे तक कुल 259 वैक्सीनेशन बूथ बनाए गए हैं। बिहार में भी पटना सहित 3 जिलों में ड्राई रन चल रहा है। आपको बता दें कि ड्राई रन में किसी वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है बल्कि सिर्फ इसकी जांच की जा रही है कि वैक्सीनेशन के लिए बनाई गई योजना कितनी कारगर है। यानी ड्राई रन और कुछ नहीं बल्कि वास्तविक टीकाकरण अभियान से पहले रिहर्सल या मॉक ड्रिल है।
क्या होता है ड्राई रन?
आसान शब्दों में कहे तो ड्राई रन का मतलब वैक्सीनेशन प्रोसेस का मॉक ड्रिल होना है। यानी ड्राई रन में सबकुछ वैसा ही हो रहा जैसे वैक्सीनेशन अभियान में असल में होने वाला है। इसमें सिर्फ कोविड-19 का वैक्सीन लगाया नहीं जा रहा और वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन भी नहीं किया जा रहा। इसमें सबसे पहले डमी वैक्सीन कोल्ड स्टोरेज से निकलकर वैक्सीनेशन सेंटर तक कैसे पहुंचेगी, टीका स्थल पर भीड़ का प्रबंधन (क्राउड मैनेजमेंट) कैसे किया जाएगा, एक दूसरे के बीच दूरी सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था कैसे की जाएगी इस सब का लाइव टेस्ट किया जा रहा है। इसके अलावा ड्राई रन के तहत वैक्सीन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी टेस्ट किया जा रहा है।
कुल मिलाकर असली में वैक्सीन डोज देने को छोड़कर वैक्सीन के कोल्ड स्टोरेज से लेकर डमी वैक्सीन देने तक की पुरी प्रक्रिया का लाइव टेस्ट किया और हर एक चीज परखी जा रही। उसके बाद उसका फीडबैक लिया जाएगा, ये देखा जाएगा कि कहां क्या कमी रह गई है। सरकार Co-WIN ऐप के जरिए भी ड्राई रन पर रियल-टाइम मॉनिटरिंग करेगी।
ड्राई रन के बाद क्या होता है?
बता दें कि देशभर के सभी राज्यों के ड्राई रन साइट्स पर ये प्रक्रिया दो दिनों तक चलेगी, उसके बाद एक फीडबैक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिसका समीक्षा राज्य स्तर पर बनी टास्क फोर्स करेगी। इसके बाद इस रिपोर्ट को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भेजी जाएगी। फिर से केंद्रीय स्तरों पर राज्यों में हुए ड्राई रन की फाइंडिंग्स का फिर समीक्षा होगा। फीडबैक के बाद अगर सरकार को लगता है कि इस प्लान में कोई कमी है तो उसको पूरा किया जाएगा। इसके अलावा अगर ड्राई रन में सारी प्रक्रिया सही रहती है तो योजना के हिसाब से ही कोरोना वैक्सीनेशन का प्रक्रिया बहुत ही जल्द लॉन्च कर दी जाएगी।