‘बिहार के काशी’ बटेश्वर धाम में 1 मार्च को महाशिवरात्रि उत्सव, उद्घाटन करेंगे पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान

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भागलपुर, भारत वार्ता संवाददाता : बिहार के भागलपुर जिला में भागलपुर से 30 किलोमीटर दूर कहलगांव में स्थित बाबा बटेश्वरनाथ धाम अपनी पौराणिकता और ऐतिहासिकता के लिए प्रसिद्ध है। बाबा बटेश्वरनाथ नाथ धाम को बिहार का काशी भी माना जाता है। कहलगांव की धरती किसी जमाने में ऋषियों की तपोभूमि रही है। इस इलाके में गुरु वशिष्ठ, ऋषि दुर्वासा और ऋषि कोहल ने तपस्या की थी। ऋषि कोहल के नाम से इस क्षेत्र का नाम कहलगांव पड़ा। दुर्वासा की यह तपोभूमि रही है। ऋषि वशिष्ठ के द्वारा स्थापित महादेव आज बटेश्वर महादेव के नाम से जाने जाते है। यह स्थल कितना पवित्र है इसकी चर्चा पुराणों में उल्लेखित है। यहां 40 किलोमीटर गंगा उत्तरायणी बहती है। बताया यह जाता है कि इस जगह को भगवान शिव की नगरी काशी के रूप में बसाया जाना था लेकिन जौ बराबर भूमि कम पड़ जाने के कारण काशी को बनारस के पास बसाया गया। इसकी चर्चा भी पुराणों में है। मान्यता है कि बाबा बटेश्वरनाथ से जो भी भक्त सच्चे दिल से जो मांगते हैं उनकी मुरादें अवश्य पूरी होती है। इसी कारण शिव भक्तों का इस धाम से गहरा जुड़ाव है।

हर साल महाशिवरात्रि पर भव्य उत्सव

बाबा बटेश्वरनाथनाथ धाम में हर साल महाशिवरात्रि पर भव्य उत्सव का आयोजन किया जाता है। दूर-दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां दर्शन के लिए आते हैं।
जाने-माने समाजसेवी और केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ के अध्यक्ष विष्णु खेतान के द्वारा हर साल महाशिवरात्रि पर भव्य उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस साल 1 मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर 24 घण्टे का कीर्तन और छप्पन भोग भंडारा का आयोजन होगा। शाम में 7 बजे से भगवान शिव की भव्य बारात गाजे-बाजे के साथ निकाला जाएगा। विष्णु खेतान ने बताया कि महाशिवरात्रि उत्सव का उद्घाटन भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बिहार विधान परिषद के सदस्य डॉ. संजय पासवान करेंगे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री व विधान पार्षद डॉ. संजय पासवान को बाबा बटेश्वरनाथ धाम का प्रतीक चिन्ह भेंट करते विष्णु खेतान

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