Fact Check: नहीं हटाये गए हैं गृह सचिव आमिर सुबहानी
आमिर सुबहानी से सामान्य प्रशासन समेत 3 विभागों के अपर मुख्य सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार को वापस लिया गया है
पटना: बिहार में 2020 के वर्षांत में 31 दिसंबर की देर रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ। इस फेरबदल में सबसे अधिक सुर्खियों में बना गृह सचिव आमिर सुबहानी के तबादले की खबर। सुर्खियां बनती भी क्यों नहीं, क्योंकि आमिर सुबहानी लगभग 15 वर्षों से लगातार गृह सचिव के पद पर जमे हुए हैं। इतने लंबे अरसे से इस पद पर उनकी पोस्टिंग पर कई बार सवाल उठे लेकिन उनकी स्थिति पर कोई अंतर नहीं पड़ा। अपर मुख्य सचिव में प्रोन्नति के बावजूद भी सुबहानी लगातार उसी पद पर बने रहे। भाजपा के तरफ से भी सुबहानी को गृह सचिव के पद से हटाने की भी मांग उठने लगे थे। कुछ दिन पहले ही भाजपा के एमएलसी संजय पासवान ने बयान जारी कर 15 साल से जमे सुबहानी को हटाने की मांग की थी। इस बीच 31 दिसम्बर की रात तबादलों की जारी अधिसूचना के शब्दों व वाक्यों ने सभी को उलझा कर रख दिया। अधिसूचना के शब्दों व वाक्यों से ऐसा प्रतीत हुआ कि आमिर सुबहानी को हटा कर के सेंथिल को नया गृह सचिव बनाया गया है। सुबहानी को हटाने की खबर सुर्खियों में रहा। यह भी चर्चा तेज हो गई कि भाजपा के दबाव में मुख्यमंत्री ने मजबूरन सुबहानी को हटाया है।
जबकि हकीकत यह है कि आमिर सुबहानी गृह सचिव के पद पर बने रहेंगे। गृह सचिव के अलावे उनके पास जिन विभागों का अतिरिक्त प्रभार था उन अतिरिक्त प्रभारों से सिर्फ मुक्त किया गया है। गृह सचिव आमिर सुबहानी से सामान्य प्रशासन समेत 3 विभागों के अपर मुख्य सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार को वापस ले लिया गया। इसकी जगह उन्हें मद्य निषेध विभाग और निगरानी विभाग के अपर मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
गृह विभाग के आधिकारिक वेबसाइट अपडेट के अनुसार भी आमिर सुबहानी गृह सचिव के पद पर बने हुए हैं। गृह विभाग में पदस्थापित किये गए आईजी विकास वैभव का नाम वेबसाइट पर अपडेट कर दिया गया है। सुबहानी मुख्यमंत्री के साथ शुक्रवार को एक सरकारी बैठक में भी उपस्थित रहे।