बिहार के डीजी अरविंद पांडेय का सुझाव, यूपी में कैसे लागू हो शराबबंदी
Bharat Varta Desk: बिहार के पुलिस महानिदेशक (सिविल डिफेंस) अरविंद पांडेय ने उत्तर प्रदेश के योगी सरकार के उस फैसले की सराहना की है जिसके तहत मथुरा और वृंदावन के 10 किलोमीटर के भीतर के क्षेत्रों को तीर्थ स्थल घोषित कर वहां शराब और मांस बिक्री पर रोक लगाया गया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह अत्यंत ही शुभ और पवित्र निर्णय है। इसके साथ अरविंद पांडेय ने योगी सरकार से संपूर्ण उत्तर प्रदेश में शराबबंदी लागू करने का अनुरोध किया है।
वीडियो देखिए और शेयर कीजिए
इस संबंध में बिहार के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अरविंद पांडेय ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो जारी किया है जिसमें वह बता रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में बिहार की तरह पूर्ण शराबबंदी लागू होनी चाहिए। यदि वैसा संभव नहीं हो तो फिर इसे कैसे लागू किया जाए? इसके बारे में अरविंद पांडेय ने अपने वीडियो में अहम सुझाव दिए हैं। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील किया है कि वीडियो को देखने के साथ अधिक से अधिक शेयर करें ताकि उनका सुझाव उत्तर प्रदेश के उन अधिकारियों तक पहुंचे जिन्हें इसे लागू करना है।
रजिस्टर्ड पियक्कड़ों को ही डॉक्टर की अनुशंसा पर मिले शराब
वीडियो में अरविंद पांडेय बता रहे हैं कि शराबबंदी को कई चरणों में लागू किया जा सकता है। सबसे पहले सरकार यह व्यवस्था करे कि शराब पीने वाले सरकार के यहां अपना रजिस्ट्रेशन कराएं। उनसे यह आवेदन दिया जाए कि उन्हें स्वास्थ्य की दृष्टि से रोज कितना एमएल शराब की जरूरत होगी। इसके साथ उन्हें किसी सरकारी डॉक्टर या सिविल सर्जन से यह लिखवा कर देना होगा कि सेहत के लिए कितनी मात्रा में रोज शराब उन्हें चाहिए। आधार कार्ड, पैन कार्ड या दूसरे परिचय पत्र के आधार पर डॉक्टर की अनुशंसा के साथ हो रही रजिस्टर्ड पिया करो को ही शराब बेची जाए।
बोतल में नहीं शिशियो में बिके शराब
बिहार के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अरविंद पांडेय का यह सुझाव है कि बोतल में शराब नहीं बेची जाए। सरकार छोटी-छोटी शिशियों में शराब बेचने की व्यवस्था करे, जितना एमएल की जरूरत किसी व्यक्ति को हो। यह भी जरूरी होगा कि देसी शराब के निर्माण पर पूरी तरह रोक लगे।
लोक दृष्टि में नहीं बिके शराब
अरविंद पांडेय ने योगी आदित्यनाथ सरकार के लिए सलाह साझा करते हुए कहा है कि शराब की दुकान में वैसी जगहों पर नहीं रहे जहां की लोक दृष्टि जाती हो। यानी कि शराब की दुकानों को आम लोग नहीं देख पाए। शराब घर पर मंगाने की व्यवस्था हो जैसे कि आज की व्यवस्था में लोग ऑर्डर पर खाना मंगवाते हैं। शराब पीकर खुलेआम विचरण पर प्रतिबंध का नियम कड़ाई से से लागू हो ताकि लोग नशे में हंगामा नहीं कर सकें।
विंध्याचल के रहने वाले हैं अरविंद पांडेय
बिहार में सिविल डिफेंस के डीजीपी अरविंद पांडेय उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ विंध्याचल धाम के रहने वाले हैं। वे पुरोहित परिवार से आते हैं। 1988 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी अरविंद पांडे को अपराध नियंत्रण, जनोन्मुखी पुलिसिंग के साथ-साथ कला प्रेमी के रूप में भी जाना जाता है। वे अच्छे संगीतकार भी हैं। सांस्कृतिक और शैक्षिक विषयों पर प्रखर और ओजस्वी वक्ता के रूप में भी इनकी पहचान है। वे सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। यूट्यूब पर ज्वलंत विषयों पर इनके कई वीडियो खासे चर्चा में रहते हैं।