
पटना/ रांची: आयुर्वेद के डॉक्टरों को ऑपरेशन का अधिकार देने के आदेश के विरोध में आईएमए के आह्वान पर बिहार और झारखंड के डॉक्टर हड़ताल पर रहे. कॉविड सेंटर और इमरजेंसी सेवा को छोड़कर कहीं डॉक्टरों ने काम नहीं किया. ओपीडी में भी मरीजों को नहीं देखा. इसके चलते पीएमसीएच, रिम्स से लेकर सभी मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पतालों में हजारों रोगियों को लौटना पड़ा. कई जरूरी ऑपरेशन टल गए. लाखों की संख्या में मरीजों को परेशानी हुई. बिहार व झारखंड के आईएमए के सदस्यों का कहना है कि आयुर्वेद पद्धति में ऑपरेशन की कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में उन डॉक्टरों को ऑपरेशन करने की अनुमति देना गलत है.
एलोपैथिक में इसके लिए गान शोध की व्यवस्था है. ऑपरेशन इतना आसान नहीं है कि किसी को भी करने की अनुमति दे दी जाए. वे लोग आयुर्वेद का सम्मान करते हैं. आयुर्वेद को अधिक से अधिक बढ़ावा देने का इंतजाम होना चाहिए मगर ऑपरेशन एलोपैथ के डॉक्टरी कर सकते हैं. बालवीर के डॉक्टरों को ऑपरेशन की अनुमति देना नुकसानदायक होगा.
Bharat varta Desk प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदल गया है. अब इसे ‘सेवा तीर्थ’ के… Read More
पटना, भारत वार्ता संवाददाता : बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर साहित्य, संस्कृति और… Read More
Bharat varta Desk गया के विधायक प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे। … Read More
Bharat varta Desk बिहार में एक बार फिर एनडीए सरकार बनने के बाद सीएम नीतीश… Read More
-रायबरेली रेल कोच कारखाना के जीएम ने पूर्व रेलवे के इतिहास की दी महत्वपूर्ण जानकारी-हावड़ा… Read More
पटना। बिहार की ऐतिहासिक और साहित्यिक पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य… Read More