सुप्रीम कोर्ट का फैसला-पत्नी और बच्चे के लिए मजदूरी भी करनी पड़े तो करना होगा
Bharat varta desk: देश की सर्वोच्च अदालत ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि किसी भी शख्स को अलग रह रही पत्नी और बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा कमाना चाहिए। भले ही इसके लिए उसे मजदूरी भी करनी पड़े तो करना चाहिए। जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और बेला त्रिवेदी की बेंच ने मेंटनेंस के एक मामले की सुनवाई करते हुए कठोर शब्दों में कहा कि पत्नी और नाबालिक बच्चों की जिम्मेदारी से कोई भाग नहीं सकता है।