सीतामढ़ी जिले की चर्चित मुखिया रितु जायसवाल का जदयू से इस्तीफा
बिहार में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। तारीखें नजदीक हैं तो प्रचार प्रसार और तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। इसी बीच सत्ताधारी पार्टी जदयू को सीतामढ़ी जिले में एक बड़ा झटका लगा है। शुक्रवार को जिले की चर्चित मुखिया व जदयू की महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष रितु जायसवाल ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। रितु जायसवाल ने त्याग पत्र लिखकर कहा कि जदयू की एक नेत्री के रूप में मेरा सफ़र यहीं समाप्त होता है। उन्होंने पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की कमी को जिम्मेदार बताते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया है।
आपको बता दूं कि 4 साल पहले एक आईएएस अधिकारी की पत्नी रितु जायसवाल दिल्ली से अपने गांव सीतामढ़ी जिला के सिंघवाहिनी पंचायत स्थित अपने गांव पहुंची थी, जहां उन्होंने गांव की बदहाल स्थिति को देखकर उसे बदलने का बीड़ा उठाया और पंचायत चुनाव लड़के जीत हासिल की और मुखिया के रूप में अपने सिंघवाहिनी पंचायत का काफी विकास किया है। रितु के पति अरुण कुमार आईएएस अधिकारी रहे हैं। उन्हें अपने क्षेत्र में विकास कार्यों व महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में किये गए कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित किया जा चुका है।
पिछले लोकसभा चुनाव में भी रितु जदयू से टिकट चाहती थीं। उन्हें टिकट तो नहीं मिला, लेकिन जदयू में शामिल होने का ऑफर मिला, तो वे शामिल हो गईं। वे सीतामढ़ी जिले के परिहार से बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए लगातार क्षेत्र में घूम रही थीं। जदयू का टिकट न मिलने का संकेत मिलने पर ही सम्भवतः उन्होंने पार्टी का पद और सदस्यता छोड़ने का निर्णय लिया है। चर्चा है कि उन्हें राजद अपना उम्मीदवार बना सकता है। परिहार सीट पर अभी भाजपा का कब्जा है।