सड़क का पैसा खा रहे इंजीनियर, ठेकेदार, ललन ने बनाया मुद्दा, कल राज्यपाल से मिल सौंपेंगे घोटाले का पुलिंदा
पटना, भारत वार्ता संवाददाता
दरभंगा के एक अधीक्षण अभियंता की गाड़ी से लाखों रुपए मिलने के बाद यह बात खुलकर सामने आ रही है कि ठेकेदार और इंजीनियर मिलकर सड़क की राशि का बंदरबांट कर जाते हैं। यही वजह है कि जहां एक और इंजीनियरों की गाड़ी में नोटों के बंडल मिलते हैं वहीं दूसरी ओर सड़क बनने के साथ टूट जाती है। भागलपुर जिले के अकबरनगर से लेकर बांका जिले के अमरपुर तक बनी स्टेट हाईवे भी ऐसी सड़कों में शामिल है। जिसपर 200 करोड़ से अधिक रुपए खर्च हुए मगर चंद दिनों में जगह-जगह धराशाई हो गई। बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सुल्तानगंज विधानसभा से महागठबंधन का चुनाव लड़ चुके ललन कुमार ने इस सड़क को मुद्दा बना दिया है। उन्होंने विधानसभा की शून्य काल की समिति के सभापति और आरजेडी विधायक चंद्रहास चौपाल के साथ इस सड़क का मुआयना किया। यही नहीं ललन कुमार की शिकायत पर सभापति ने बिहार राज्य विकास निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखकर हाईवे की रिपोर्ट तलब की है। प्रबंध निदेशक को यह बताने को कहा गया है कि सड़क कब बनी, कितने में बनी, किस ठेकेदार ने बनाया, कब तक के लिए बनाया?
सीबीआई जांच को कल राज्यपाल से मिलेंगे
कांग्रेस नेता ललन कुमार इस सड़क की सीबीआई जांच कराने के लिए कल राज्यपाल फेगू चौहान से मुलाकात करने वाले हैं। उन्हें सड़क में हुए घोटाले की पूरी जानकारी दी जाएगी। ललन कुमार ने बताया कि राज्य सरकार की एजेंसियां इसकी निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती है क्योंकि घोटाले में सभी मिले हुए हैं। इसलिए सीबीआई से जांच जरूरी है। ठेकेदार और इंजीनियरों पर एफ आई आर दर्ज होना चाहिए।