रेल यात्री संघ और आरपीएफ के प्रयास से मिल गए घर से भागे दो बच्चे
० बक्सर से भागे थे और राजकोट में बरामद हुए
० घर भागे लोगों को खोजने में वरदान साबित हो रहा रेलयात्री संघ
harat varta desk:
भागलपुर की संस्था केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ लापता और घर से भागे हुए लोगों को बरामद करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। घर से या स्कूल से बच्चों के भाग जाने की घटनाएं हाल के दिनों में लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे बच्चों को बरामद करवा कर उनके घर तक पहुंचने में रेल यात्री संघ रेलवे सुरक्षा बल के साथ मिलकर बहुत बढ़िया काम कर रहा है। अब तक संस्था सौ से अधिक बच्चों को ट्रेन और प्लेटफार्म पर से वापस घर तक पहुंचवा चुकी है।
ताजा मामला बिहार के बक्सर का है। बक्सर शहर के न्यू डीपीएस स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 5 और 3 के छात्र 7 अप्रैल को घर से भाग गए थे।
बक्सर पुलिस ने दोनों छात्रों के गुमशुदी का पोस्टर भी जगह-जगह सटवाया था। बक्सर रेल सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर ने रेल यात्री संघ के व्हाट्सएप ग्रुप में दोनों बच्चों के संबंध में जानकारी डाली और उसके बाद सक्रिय हो गए केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ के अध्यक्ष विष्णु खेतान जो इस ग्रुप के एडमिन हैं। उन्होंने इस ग्रुप से जुड़े देशभर के सैकड़ो आरपीएफ इंस्पेक्टर को बच्चों के बारे में जानकारी देते हुए यह अनुरोध किया कि ट्रेनों और प्लेटफार्म पर नजर रखी जाए। आज पता चल गया कि दोनों बच्चे बक्सर से जबलपुर पहुंच गए हैं और वहां से एक ट्रेन से जूनागढ़ जा रहे हैं। इसमें कई आरपीएफ इंस्पेक्टरों ने तत्परता दिखलाई। दोनों बच्चों को राजकोट स्टेशन पर आरपीएफ के इंस्पेक्टर केपी सिंह के नेतृत्व में उतार लिया गया। यात्री संघ के केंद्रीय अध्यक्ष विष्णु क्षेत्र में बताया कि दोनों में से एक बच्चे के चाचा जूनागढ़ में रहते हैं। दोनों बच्चे घर से बताएं बिना जूनागढ़ के लिए निकले थे।
विष्णु खेतान ने बताया कि रेल यात्री संघ के व्हाट्सएप ग्रुप में आरपीएफ परिवार के सभी इंस्पेक्टर और अन्य अधिकारी जुड़े हुए हैं जो अत्यधिक संवेदनशील हैं और कभी भी बच्चों के लापता होने या भाग जाने का मामला ग्रुप में सामने आता है तो सभी सदस्य सक्रिय हो जाते हैं बच्चों की बरामदगी के लिए। दोनों बच्चों की बरामदगी में बक्सर, राजकोट, जूनागढ़ के अलावे अन्य कई इंस्पेक्टरों की भूमिका अत्यंत ही सराहनीय है।
2 दिन पहले महिला को भी यात्री संघ ने बरामद करवाया
विष्णु चेतन ने बताया कि 2 दिन पहले आरपीएफ परिवार के सहयोग से घर से भागी एक महिला को क्यूल स्टेशन पर बरामद किया गया। यह महिला अपने 6 वर्ष के बच्चे को लेकर ड्राइवर के साथ पूर्णिया से भाग गई थी। महिला का मायके भागलपुर में है। महिला के परिवार वालों ने रेल यात्री संघ से संपर्क किया। महिला का फोटो और उसका पूरा विवरण व्हाट्सएप ग्रुप में डाला गया। आरपीएफ को क्यूल में सफलता मिली। महिला और उसके ड्राइवर प्रेमी को ट्रेन से उतार लिया गया। वे लोग दिल्ली जा रहे थे।
विष्णु खेतान ने बताया कि रेल यात्री संघ पिछले 15 सालों से नशा खुरानी के खिलाफ ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाता है। जागरूकता कार्यक्रम देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में चलाया जाता है। इसमेंrpf और grp का भी सहयोग रहता है।