मुख्यमंत्री अपराध पर ‘समीक्षा बैठक’ नहीं, अधिकारियों संग ‘भिक्षा बैठक’ करते हैं: तेजस्वी
पटना: प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में लूट, अपहरण, बलात्कार, हत्या और अपराध की सुनामी आयी हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश जी अब थक चुके हैं, शिथिल पड़ चुके हैं। कार्यक्षमता, इच्छाशक्ति ही नहीं संवेदनशीलता भी खत्म हो चुकी है। कुछ खत्म नहीं हुई है तो वह है बस उनकी – कुर्सी से चिपके रहने की लालसा! यह जीवनपर्यंत उनके साथ रहेगा। चाहे पूरा सूबा ही उनकी सत्तालोलुपता की भेंट क्यों ना चढ़ जाए।
तेजस्वी ने कहा है कि जब तक राज्य में सैंकड़ों हत्या, सामुहिक बलात्कार, अपहरण, फिरौती, बेरोजगारों और नौजवानों पर लाठीचार्ज की वारदातें नहीं हो जाती हैं, तब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके दो-दो उपमुख्यमंत्रियों और भाजपा की इस निर्लज्ज डबल इंजन की सरकार को चैन की नींद नहीं आती है।
नीतीश कुमार अनुकम्पाई मुख्यमंत्री हैं
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश जी दिखावे के लिए कहते हैं कि उन्हें बिना इच्छा, ज़बरदस्ती मुख्यमंत्री बनाया गया। जब सरकार संभल नहीं रही तो क्यों ज़बरदस्ती मुख्यमंत्री पद से चिपके हुए हैं? नीतीश कुमार जी जनता के नहीं, जनता का दमन करने वाली अहंकारी भाजपा के Selected, Nominated और अनुकम्पाई मुख्यमंत्री हैं।
तेजस्वी ने कहा है कि जनता द्वारा नकार दिए जाने के बावजूद भी भाजपा ने तीसरे पायदान पर फेंकी जा चुकी C ग्रेड की उगाहीबाज़ पार्टी के मजबूर नेता को मुख्यमंत्री इसीलिए बनाया ताकि अपराधियों का तांडव नाच जारी रहे और ये अपमान और हार के बावजूद इसलिए सीएम बने ताकि उगाही और RCP टैक्स की वसूली का धंधा मन्दा ना होने पाए।
मुख्यमंत्री ‘समीक्षा बैठक’ नहीं ‘भिक्षा बैठक’ कर रहे
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि कितना हास्यास्पद है कि भाजपा जो खुद सरकार में है वह भी सरकार की आलोचना करती रहती है। दो-दो उपमुख्यमंत्री बनाकर सत्ता की मलाई चाट रहे हैं पर वो भी बिना जिम्मेदारी के सरकार को ही कोसते रहते है।
तेजस्वी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अपराध पर ‘समीक्षा बैठक’ नहीं, अधिकारियों संग ‘भिक्षा बैठक’ करते है। इन बैठकों में RCP टैक्स की वसूली और जमा में आ रही कमी और देरी पर अधिकारियों से सवाल दागे जाते है।
प्रधानमंत्री पर निशाना
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि बिहार चुनाव में स्वघोषित दिल्ली वाला बेटा कहां गया? अब रूपेश सिंह और अपहृत गुप्ता परिवार को आकर जवाब दे कि उनकी डबल इंजन सरकार के दानवराज की भेंट और कितने बेटे, भाई, पिता और पति चढ़ेंगे? मधुबनी और मुजफ्फरपुर की बेटियों का सामुहिक बलात्कार कर जला दिया गया। क्या दिल्ली वाले भाषणकर्ता बेटे उन्हें जिंदा करेंगे? मधुबनी की बेटी की बलात्कार बाद आंखे फोड़ दी गई। क्या बिहार के चुनावी स्वघोषित बेटे उस बच्ची की आंखों की रोशनी बनेंगे?