माघी पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु गंगा में निवास करते हैं, लाखों लोगों ने लगाई डुबकी, आइए जानें महत्व
सेंट्रल डेस्क: माघी पूर्णिमा के मौके पर बिहार और झारखंड में बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा स्नान किया और पूजा- अर्चना के बाद दान किए.
बिहार में बक्सर से लेकर, आरा, पटना और भागलपुर तक गंगा स्नान करने वालों की भीड़ उमड़ी. झारखंड में केवल साहिबगंज जिले से होकर गंगा नदी बहती है. यहां साहिबगंज राजमहल में गंगा स्नान करने वालों का ताता लगा हुआ है. हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण माघी मेलों का आयोजन नहीं हो पाया.
गंगा स्नान का महत्व
पुराणों में कहा गया है कि माघी पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु गंगा नदी में निवास करते हैं. इसलिए इस दिन गंगा स्नान से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन गंगा स्नान के बाद गंगा तट पर दान का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि किस दिन दान करने से 32 गुना ज्यादा फल की प्राप्ति होती है.इस दिन जरूरतमंदों को तिल, कंबल, गुड़, घी, मोदक, जूते, कपड़े, अनाज आदि का दान किया जाता है.
आज के दिन पितरों का तर्पण करने से धन संपदा और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होती है. ज्योतिष गणना के अनुसार इस दिन चंद्रमा मघा मघा नक्षत्र में होते हैं इसलिए भी इस दिन को माघ पूर्णिमा कहा जाता है.