
पटना। ‘हम’ पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि वे नो नई सरकार में न मंत्री बनेंगे और न ही किसी राज्य का राज्यपाल बनने में उन्हें रुचि है। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री रह चुके हैं। ऐसे में वे अब मंत्री नहीं बनेंगे। 2015 में भी उन्हें ऑफर मिला था। राज्यपाल बनाने की भी बात आई थी लेकिन वे जनता के बीच रहने वाले नेता हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले दरोगा प्रसाद राय और केदार पांडेय मुख्यमंत्री होने के बाद भी मंत्री बने थे मगर वे सिद्धांत वाले नेता हैं। गरीब आदमी हैं। उन्हें पद का लाभ स्वीकार नहीं है।
मांझी ने आज अपने सभी विधायकों और पार्टी के एक विधान पार्षद के साथ बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले और उन्हें जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी से कोई मंत्री बन सकता है।
बता दें कि ‘हम’ पार्टी से मांझी समेत चार विधायक जीते हैं। इनमें उनकी समधन ज्योति मांझी भी शामिल हैं। उनके बेटे पहले से विधान पार्षद हैं। अगर मांझी ने मंत्री बनने से इंकार के बाद पार्टी से उनके बेटे या समधन को मंत्री बनाया जा सकता है। वैसे एक चर्चा यह भी है कि मांझी के राजनीतिक कद को देखते हुए उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वे अभी बिहारी की राजनीति में सबसे बड़े दलित चेहरा हैं, ऐसे में उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बना कर बड़ा संदेश दिया जा सकता है। वैसे अभी इस बात की सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं।
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