
कोलकाता संवाददाता: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से चुनाव प्रचार का आगाज करते हुए पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अब केवल 45 दिन बाकी रह गए हैं और 2 मई के बाद बीजेपी की सरकार टीएमसी के गुंडों को चुन-चुनकर सजा दिलाएगी। योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा-मैं स्वंय मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्रीराम और लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण की पावन धरती पर परमहंस रामकृष्ण जी की पावन धरती पर आया हूं इसके लिए हृदय से अभिनंदन ।
योगी ने कहा-‘बंगाल की सदैव भारत के अंदर परिवर्तन की धरती रही है, देश को एक नई दिशा देने वाली धरती रही है, भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की धरती रही है, इसी धरती ने रामकृष्ण परमहंस को देश और दुनिया को दिया। स्वामी विवेकानंद को इस धरती ने दिया, गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर को इस धरती ने दिया। देश के अंदर देश की आजादी को अपनी क्रांति के ज्वार से नई ऊंचाई तक पहुंचाने वाले देश के स्वाधीनता आंदोलन के हीरो नेताजी सुभाषचंद्र बोस को भी इसी धरती ने देश को दिया था।’
योगी ने कहा- ‘भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी भी बंगाल की धरती पर पैदा हुए थे, महान वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु की धरती भी बंगाल ही है और भारत के अंदर अनेक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आंदोलन की गवाह बनी यह धरती वही धरती है जिसने भारत को राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत भी दिया। इसलिए मैं बंगाल की धरती को कोटि-कोटि नमन करता हूं।’
योगी आदित्यनाथ ने कहा- ‘मैं आपके उत्साह का अभिनंदन करता हूं और आपकी पीड़ा को भी जानता हूं। लेकिन यह पीड़ा ज्यादा दिन तक अब नहीं रहने वाली है, इसी का समाधान करने के लिए भारतीय जनता पार्टी आपके पास आई है और आपसे कहने के लिए आई है, मैं जब मंच पर आया तो मुझे 3 शहीद परिवार….. भाजपा के कार्यकर्ता… जिनके परिवार के सदस्यों की टीएमसी के लोगों ने हत्या कर दी थी, उन्हें देखकर मुझे लग रहा था कि अब बहुत समय तक नहीं चल पाएगी।
योगी ने साफ तौर पर कहा- 45 दिन बाकी हैं, 2 मई के बाद टीएमसी की सरकार की विदाई सुनिश्चित है, ये टीएमसी के गुंडे कानून को नहीं मानते, 2 मई के बाद जब भाजपा की सरकार आएगी तो इन गुंडों को चुन-चुन कर सजा दिलाई जाएगी।’
उन्होंने कहा- ‘2019 में भी मैं यहां आया था और पुरुलिया में तब मेरे कार्यक्रम पर यहां की मुख्यमंत्री ने पाबंदी लगा दी थी। मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया था, तब मैंने झारखंड में हेलीकॉप्टर उतारकर 35 किलोमीटर सड़क मार्ग से यहां आया था। और उस समय भी आपका उत्साह देखने लायक था। जब मैंने बंगाल में चुनाव प्रचार की शुरुआत करनी चाही तो कहा पुरुलिया से ही करूंगा।’
योगी आदित्यनाथ ने कहा- ‘अभी-भी सत्ता का दुरुउपयोग रुक नहीं रहा, जगह-जगह भाजपा के कार्यकर्ताओं को इस सभा में आने से रोका जा रहा था। लेकिन जब मुझे कार्यकर्ताओं ने कहा कि यहां सभा में भीड़ ही नहीं होगी, मैंने कहा मेरे पहुंचते ही भाजपा का बहादुर कार्यकर्ता समस्त बंधनों को तोड़कर सभास्थल पर पहुंचेगा और आज एक बार फिर से साबित कर दिया है कि हर प्रकार के अन्याय और अत्याचार के खिलाफ आप लोग लड़ते रहेंगे और अपनी मंजिल को प्राप्त करेंगे।’
योगी ने कहा- ‘मुझे आश्चर्य होता है कि ममता दीदी जय श्रीराम के नारे से बहुत चिढ़ती हैं, और जब मैं यहां आया तो मेरा अभिवादन जय श्रीराम कहकर लोगों ने किया। मुझे आश्चर्य होता है, वैसे परिवर्तन तो हुआ है, 2014 के पहले इस देश के अंदर एक ऐसी पीढ़ी पैदा हो गई थी बड़ी संख्या में, जो मंदिरों में जाने को मानते थे कि सेक्युलेरिज्सम खतरने में पड़ जाएगा। लेकिन अब मैं देख रहा हूं कि ममता दीदी भी मंदिर में जाकर चंडी पाठ कर रही हैं, ये परिवर्तन है और यही नया भारत है। हर व्यक्ति को भगवान की शरण में जाना ही पड़ेगा।’
योगी आदित्यनाथ ने राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा और कहा- वैसे कांग्रेस के नेता राहुल जी भी चुनाव के समय मंदिर मंदिर जाते हैं और एक जगह तो ऐसे बैठ गए कि पुजारी को टोकना पड़ा, कहा मंदिर है आसन पर ठीक से बैठिए वे ऐसे बैठ रहे थे जैसे कोई नमाज के लिए बैठता है। तो पुजारी को समझाना पड़ा कि यह मंदिर है, पवित्र स्थान है और यहां की पवित्रता और मर्यादा का ख्याल रखो।’
Bharat varta Desk प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदल गया है. अब इसे ‘सेवा तीर्थ’ के… Read More
पटना, भारत वार्ता संवाददाता : बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर साहित्य, संस्कृति और… Read More
Bharat varta Desk गया के विधायक प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे। … Read More
Bharat varta Desk बिहार में एक बार फिर एनडीए सरकार बनने के बाद सीएम नीतीश… Read More
-रायबरेली रेल कोच कारखाना के जीएम ने पूर्व रेलवे के इतिहास की दी महत्वपूर्ण जानकारी-हावड़ा… Read More
पटना। बिहार की ऐतिहासिक और साहित्यिक पहचान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य… Read More