नई दिल्ली ब्यूरो : लोजपा के संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के करीबी रहे बिहार के बाहुबली नेता सूरजभान सिंह ने विगत दिनों एक बड़ा बयान देकर बिहार की राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर 2024 चुनाव से पहले चाचा और भतीजा अर्थात पशुपति पारस और चिराग पासवान एक नहीं होते हैं तो उन दोनों का अस्तित्व मिट जाएगा। उन्होंने यह भी ऐलान कर दिया था कि मैं किसी भी पार्टी में नहीं हूं। इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि सूरजभान अब केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस खेमे की रालोजपा को छोड़ दूसरे किसी पार्टी का रुख करने वाले हैं। लेकिन, इस बीच सोमवार को सूरजभान सिंह ने अपने सांसद भाई चंदन सिंह के साथ दिल्ली में रालोजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक के दौरान पशुपति कुमार पारस के साथ मंच साझा करते दिखे। कहा जा रहा कि सूरजभान सिंह कुछ शर्तों पर मान गए हैं और वे पशुपति पारस की पार्टी में ही रहेंगे।
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