नेपाल में 7 साल बाद शुरू हो रही रेल सेवा भारतीय रेल के सहयोग से जनकपुर से जयनगर के बीच दौड़ेगी रेल
काठमांडू/जयनगर : 7 साल के निलंबन के बाद यात्री रेल सेवाओं को फिर से बहाल करने तैयारी शुरू कर दी है नेपाल ने।खास बात यह है कि यह ट्रेन सेवा भारत की वजह से ही शुरू हो रही है। भारत से खरीदी गई रेलों की दो सेट नेपाल के जनकपुर शहर पहुंच गई है। रेलवे विभाग ने कहा कि सेवाओं को फिर से शुरू करने में कम से कम डेढ़ महीने लगेंगे, क्योंकि वह वर्तमान में आवश्यक मानव संसाधनों की भर्ती के लिए काम कर रहे हैं। नेपाल की इस ट्रेन सेवा के लिए 26 भारतीय स्टाफ भी काम करेगें। जिसमें अधिकतर तकनीकी सेल के होंगे। यह देश की पहली ब्रॉड-गेज यात्री रेलवे सेवा होगी। सेवा शुरू करने के लिए ड्राइविंग, रखरखाव, सिग्नलिंग और ट्रैक इंजीनियरिंग के क्षेत्रों में तकनीकी पृष्ठभूमि से 26 भारतीय कर्मचारियों को भर्ती की जा रही है। विभाग के अनुसार, यह सेवा जनकपुर शहर के कुर्था से भारत के सीमा से सटे जयनगर के लिए शुरू होगी और इनके बीच की दूरी 35 किलोमीटर के आसपास है। पहले भी जनकपुर-जयनगर रेल सेवा का संचालन होता था, लेकिन एक संकीर्ण गेज लाइन पर और यह सेवा सात साल पहले पूरी तरह से रुक गई थी।
रेलवे सेवा को फिर से शुरू करने के लिए विभाग ने धीरे-धीरे 200 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती करने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि नेपाली मानव संसाधन ठीक से और पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित होने के बाद भारतीय कार्यबल को धीरे-धीरे बदल दिया जाएगा। विभाग के अनुसार, प्रत्येक रेल सेट लगभग 1,300 यात्रियों को 110 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ यात्रा सुविधा प्रदान कर सकता है, और इसे दोनों ओर से संचालित किया जा सकता है।
नेपाल ने राजधानी काठमांडू को दोनों देशों की सीमाओं से जोड़ने के लिए चीन और भारत दोनों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।