नवजात शिशु के साथ आईएएस सौम्या सेवा दे रही है
कोरोना काल में जन्मे बेटी के साथ कार्यालय में लगातार कार्यरत रहती हैं आईएएस सौम्या पांडे
नईदिल्ली: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में एसडीएम के पद पर तैनात युवा महिला आईएएस अधिकारी की तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इनका नाम है आईएएस सौम्या पांडेय। कोरोना काल में एक बिटिया को जन्म देने के बाद महीनेभर से भी कम समय में जनता की सेवा के लिए वापस ड्यूटी जॉइन करने वाली सौम्या पांडेय का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी नवजात बच्ची के साथ दफ्तर में फाइलें निपटाती नजर आ रही हैं. महामारी के दौरान अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सौम्या पांडेय ने डीएम के आदेश पर डिलीवरी के महज 22 दिनों के बाद ही ऑफिस आना शुरू कर दिया.
मोदीनगर तहसील की एसडीएम सौम्या पांडेय अपनी बच्ची को साथ रखकर जनसेवा कर रही हैं, जिसे सोशल मीडिया पर लोग मिसाल तक बता रहे हैं. मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली सौम्या पांडेय की गाजियाबाद में यह पहली नियुक्ति है. बिटिया को जन्म देने के बाद मात्र 22 दिन के अवकाश पर जिलाधिकारी के निर्देश पर उन्होंने फिर से अपने कार्यभार को संभाल लिया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में वह अपनी गोद में बच्ची के साथ काम करती दिख रही हैं.
हालांकि जब सौम्या पांडेय से इस बारे में मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि महिलाएं पहले से ही इस तरह से काम करती रही हैं. कई महिला अधिकारी अपने परिवार के साथ-साथ शासकीय सेवा के काम करती रही हैं. सौम्या ने बताया कि मुझे बच्ची के साथ दफ्तर आकर काम करने में मेरे परिवार का बहुत सहयोग मिला है. साथ ही गाजियाबाद के जिलाधिकारी का भी बहुत सहयोग मिला. सौम्या पांडेय ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम को मिशन के रूप में लिया है. इसलिए मौजूदा माहौल में अधिकारियों का दफ्तर में रहना जरूरी है.
दफ्तर में काम और घर के बीच सामंजस्य पर सौम्या पांडेय ने कहा कि दिन में कई बार मुझे कोविड अस्पतालों में जाना पड़ता है. इसके बाद जब दफ्तर से लौटकर घर जाती हूं तो पहले खुद को और बाद में फाइलों को भी सैनेटाइज कर लेती हूं, ताकि घर के लोग और मेरी बच्ची सुरक्षित रहे. यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपनी बच्ची के साथ-साथ तहसील के लोगों का भी ख्याल रखूं.