कफन में जेब नहीं होती.. नीतीश के 10 संदेशों को प्रसारित कर रहा जदयू
पटना संवाददाता: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक बोल बड़ा ही चर्चित है- कफन में जेब नहीं होती है. ईमानदारी के संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश का कहा गया यह वाक्य है. यह संदेश उन लोगों के लिए है जो भ्रष्टाचार से अपार धन अर्जित करते हैं मगर जब इस दुनिया से कूच करते हैं तो उनके शरीर पर कफन के सिवाय और कुछ नहीं होता. उस कफन में वह जेब नहीं होती है जिसे जीवन भर आदमी बेईमानी करके भरता रहता है. खासतौर से नेताओं और अफसरों के लिए नीतीश के वाक्य में बहुत बड़ा संदेश है. इस संदेश को जदयू और सरकार के लोगों ने कितना ग्रहण किया है, यह तो बिहार के लोग बताएंगे मगर मुख्यमंत्री के ऐसे 10 संदेशों को इकट्ठा करके जनता दल यू लोगों के बीच प्रचारित और प्रसारित कर रहा है.
1 मार्च को जदयू नीतीश का जन्मदिन विकास दिवस के रूप में मना रहा है. ऐसे में पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह जिम्मा दिया गया है कि वे अपने नेता के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाएं. बिहार भोजपुरी अकादमी के पूर्व अध्यक्ष और बक्सर लोकसभा के संगठन प्रभारी डॉक्टर चंद्रभूषण राय ने बताया कि मुख्यमंत्री के संदेश सामाजिक और राजनीतिक जीवन में आदर्श परिस्थितियों का निर्माण करने वाले हैं. इन संदेशों को अंगीकार करने वाला व्यक्ति नई ऊर्जा के साथ-साथ आदर्श व नैतिक मूल्यों से लैस होगा. किसी भी राजनीतिक कार्यकर्ता के लिए ये संदेश ग्रहण करने लायक हैं. इनसे समाज और राजनीति को फायदा होगा.