NEWSNLIVE DESK : देने वाला जब भी देता, देता छप्पड़ फाड़ के… जी हां, ये सिर्फ कहावत ही नहीं, बल्कि हकीकत भी है। कुछ ऐसा ही हुआ है इंडोनेशिया के जोशुआ हुतागलुंग के साथ। यू तो ये शख्स ताबूत बनाने का काम करता है, लेकिन आसमान से ऊपर वाले ने इसके लिए कुछ ऐसा भेजा, जिसने पलक झपकते ही करोड़पति बना दिया।
जमीन पर 15 सेंटीमीटर तक धंस गया उल्का पिंड
जोशुआ उस दिन अपने घर में काम कर रहे थे। अचानक छत को फाड़ता हुआ एक भारी-भरकम पत्थर बड़ी तेजी से जमीन पर गिरा और 15 सेंटीमीटर तक धंस गया। पहले तो जोशुआ को कुम समझ नहीं आया, लेकिन जब पास जाकर देखा, तो लगा कि ये किसी की शरारत नहीं हो सकती।
उस वक्त यह पत्थर बेहद गर्म था।
4 अरब साल पुराना दुर्लभ प्रजाति का है उल्का पिंड
ये खबर तेजी से फैल गई। जब पत्थर की जांच की गई, तो पता चला कि ये 4 अरब साल पुराना दुर्लभ प्रजाति गपाना का उल्का पिंड है। इसकी कीमत 857 डॉलर प्रति ग्राम से कम नहीं है, तो इस पूरे उल्का पिंड की कीमत करीब 10 करोड़ अनुमानित है।
उल्का पिंड क्या होता है
रात को असंख्य उल्काएं आकाश में दिखाई देती हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही पृथ्वी पर गिरती हैं। ये बेहद तेज गति से पृथ्वी की ओर गिरती हैं, तो उन्हें उल्का या लूका कहा जाता है, लेकिन जब उसका को अंश वायुमंडल में जलने से बचकर पृथ्वी पर गिरता है, तो इसे उल्का पिंड कहा जाता है। ये पिंड निकल, लोहे या मिश्र धातुओं से बने होते हैं।
कैसे चमकते हुए दिख जाते हैं उल्का पिंड
उल्का पिंड जब पृथ्वी के वायुमंडल के अंदर आते हैं, तो वायु की रगड़ से वह जलने लगते हैं, जिससे उनमें चमक आ जाती है। इनमें से आकार में छोटे पिंड जलकर राख हो जाते हैं, लेकिन बड़े पिंड वायुमंडल के भीतर आते हैं और उनमें चमक उत्पन्न होती है, जिसे हम अपनी आंखों से कभी-कभार देख भी सकते हैं।
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