हल्दिया में पांच हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री
कोलकाता संवाददाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को हल्दिया में देश की विभिन्न तेल कंपनियों व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) कई परियोजनाओं का उद्धाटन व शिलान्यास करेंगे. आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है. प्रधानमंत्री जिन परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, उनकी लागत करीब पांच हजार करोड़ रुपये बतायी जा रही है. गुरुवार को आइओसीएल के निदेशक (विपणन) गुरमीत सिंह ने बताया कि रविवार को प्रधानमंत्री कंपनी की हल्दिया रिफाइनरी में कैटालिटिक आइसो-डिवैक्सिंग यूनिट का शिलान्यास करेंगे. इस पर 1019 करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा और इस परियोजना का काम अप्रैल 2023 तक पूरा हो जायेगा. उन्होंने बताया कि इस परियोजना से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 2200 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसके साथ ही योजना का काम पूरा होने के बाद देश का करीब 185 मिलियन डॉलर बचेगा, जो अभी आयात पर खर्च किया जा रहा है.
इस मौके पर प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी हल्दिया में नवनिर्मित एलपीजी इम्पोर्ट टर्मिनल देश को समर्पित करेंगे. इसकी जानकारी देते हुए बीपीसीएल के निदेशक (विपणन/रिफाइनरी) अरूण कुमार सिंह ने बताया कि इस टर्मिनल के निर्माण पर 1100 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं और यहां 1000 लोगों को रोजगार का अवसर मिला है. इस नवनिर्मित टर्मिनल की क्षमता एक मिलियन मेट्रिक टन प्रति वर्ष है. इस अवसर पर गेल के निदेशक (विपणन) इएस रंगानाथन ने बताया कि पीएम ऊर्जा गंगा योजना के तहत डोभी से दुर्गापुर तक प्राकृतिक गैस की पाइपलाइन बिछायी जा चुकी है. रविवार को प्रधानमंत्री इसका भी उद्घाटन करेंगे. इस गैस पाइपलाइन को बिछाने में करीब 2400 करोड़ रुपये की लागत आयी है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री हल्दिया में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा नवनिर्मित रेल ओवरब्रिज (आरओबी) को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस बारे में एनएचएआइ के मुख्य महाप्रबंधक व आरओ आरपी सिंह ने बताया कि इस आरओबी के निर्माण पर 190 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. रानीचक में आरओबी बनने से अब वाणिज्यिक वाहन आसानी से हल्दिया पोर्ट तक पहुंच पायेंगे. इस मौके पर आइओसीएल के कार्यपालक निदेशक (पश्चिम बंगाल) प्रीतीश भरत ने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत पश्चिम बंगाल में 88.5 लाख नये एलपीजी कनेक्शन दिये गये हैं. वहीं, बताया गया है कि वर्ष 2023-24 तक विभिन्न तेल कंपनियों द्वारा यहां कई परियोजनाओं पर 7692 करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा.