हर दल अपने विधायकों को लेकर सशंकित, कम आए नीतीश के विधायक, भाजपा ने विधायकों को बोधगया में शिफ्ट किया
Bharat varta desk:
बिहार में 12 फरवरी को नीतीश के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को बहुमत साबित करना है। इसको लेकर हर दल अपने विधायकों को एकजुट करने में जुटा हुआ है लेकिन यह पहली बार है कि हर दल अपने विधायकों को लेकर सशंकित है। सभी सियासी दल किसी न किसी बहाने से अपने विधायकों को एकजुट करने की कोशिश में जुटा है। भारतीय जनता पार्टी अपने विधायकों को बोधगया भेज दिया है। वहां दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। इसमें भाजपा विधायक शामिल हुए हैं। बताया जा रहा है कि वहां 78 में से दो विधायक कम पहुंचे हैं।
इधर, पटना में जदयू कोटे से मंत्री और सीएम नीतीश कुमार के करीबी श्रवण कुमार के आवास जदयू के सभी विधायकों को भोज में आमंत्रित किया गया था। बताया जा रहा है कि इसमें आधा दर्जन विधायक कम पहुंचे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भोज में पहुंचे उस समय तक केवल 20 विधायक की भोज में पहुंचे थे। वे महज पांच मिनट ही रुके। मीडिया ने उनसे सवाल पूछने की कोशिश की लेकिन वह मुस्कुराते हुए निकल गए। जानकारी यह आ रही है कि कि नीतीश कुमार छह विधायकों को भोज में नहीं देखकर नाराज हो गए। हालांकि जदयू के लोग बता रहे हैं कि कुछ विधायक बीमार हो गए हैं और कुछ पारिवारिक कारणों से नहीं आए हैं। इधर, विधायकों के नहीं आने से सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है। कल नीतीश के दूसरे करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास पर विधायकों की बैठक रखी गई है। अब सबकी नजर उस बैठक पर टिकी हुई है।
दूसरी तरफ टूट की डर से कांग्रेस ने भी अपने 16 विधायकों को हैदराबाद में बैठा कर रखा है। राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों की बैठक तेजस्वी यादव कर रहे हैं।